नई दिल्ली। महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की 162वीं जयंती पर आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनके सम्मान में विज्ञान भवन में आयोजित गरिमामय समारोह को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री इस मौके पर ‘पंडित मदन मोहन मालवीय की संकलित रचनाओं’ के 11 खंडों की प्रथम शृंखला का विमोचन भी करेंगे। यह जानकारी पीआईबी की विज्ञप्ति में दी गई।
पीआईबी की विज्ञप्ति के अनुसार यह कार्यक्रम शाम लगभग 4:30 बजे विज्ञान भवन में होगा। प्रधानमंत्री समारोह में उपस्थित गण्यमान्य लोगों को संबोधित भी करेंगे। विज्ञप्ति में कहा गया है कि ‘अमृत काल’ में प्रधानमंत्री का यह दृष्टिकोण रहा है कि राष्ट्र की सेवा में अमूल्य योगदान देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को उचित सम्मान दिया जाए। ‘पंडित मदन मोहन मालवीय की संकलित रचनाओं’ का विमोचन इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण और सराहनीय प्रयास है।
महामना मालवीय की ये द्विभाषी रचनाएं (अंग्रेजी और हिंदी) 11 खंडों में लगभग 4,000 पृष्ठों में संयोजित हैं। इस समग्र खंड में पंडित मदन मोहन मालवीय के लेखों और भाषणों का संग्रहीत किया गया है। इस कठिन और दुर्लभ कार्य को महामना मालवीय मिशन ने प्रख्यात पत्रकार रामबहादुर राय के नेतृत्व में अंजाम दिया। विशेषता यह है कि मिशन की समर्पित टीम ने भाषा और पाठ में बदलाव किए बिना पंडित मदन मोहन मालवीय के मूल साहित्य पर उत्कृष्ट कार्य किया है।
भाजपा ने महामना की जयंती पर एक्स पर उन्हें याद करते हुए लिखा है-‘ राष्ट्रवाद के प्रखर समर्थक, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक, महान स्वतंत्रता सेनानी व शिक्षाविद, ‘भारत रत्न’ पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर शत्-शत् नमन।’ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी उनका पुण्य स्मरण करते हुए लिखा है-‘एक व्यक्ति अपना जीवन राष्ट्र, संस्कृति और युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए कैसे समर्पित कर सकता है, इसका उत्कृष्ट उदाहरण पं. मदन मोहन मालवीय जी हैं। वो मानते थे कि युवाओं में राष्ट्रीयता के संस्कारों को सींचकर ही एक सबल राष्ट्र का निर्माण संभव है। भारत रत्न पं. मदन मोहन मालवीय की जयंती पर उन्हें कोटिशः वंदन।’ भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने महामना का स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया है।