मेरठ। 31 मार्च यानी कल मेरठ में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली कई सियासी मामलों में अलग मानी जा रही है। 15 साल बाद ये पहली रैली है जिसमें रालोद मुखिया चौधरी जयंत सिंह भाजपा के साथ मंच साझा करेंगे। मोदी और जयंत के साथ मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ रैली से पांच लोकसभा सीटों को साधेंगे।
रालोद को अमूमन सबसे ज्यादा भाजपा का साथ ही रास आया है। 2009 के लोकसभा चुनाव में चौधरी जयंत सिंह भाजपा गठबंधन में ही मथुरा से सांसद निर्वाचित हुए। रालोद को भाजपा ने सात लोकसभा सीटें दी। इनमें मुजफ्फरनगर और नगीना को छोड़कर रालोद ने बागपत, हाथरस, मथुरा, अमरोहा और बिजनौर लोकसभा सीट पर जीत हासिल की।
2002 के विधानसभा चुनाव में रालोद ने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा, जिसमें आरएलडी 14 सीटें जीतने में सफल रही, लेकिन चुनाव के बाद अजित सिंह ने अटल सरकार से इस्तीफा दे दिया और भाजपा ने गठबंधन तोड़ लिया। इस लिहाज से ये रैली दोनों दलों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। रैली के जरिए मेरठ, बागपत, मुजफ्फरनगर के अलावा कैराना और बिजनौर लोकसभा को साधा जाएगा।
केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान के मैदान पर रविवार शाम साढ़े तीन बजे होने वाली प्रधानमंत्री की रैली के लिए भाजपा ने पूरी ताकत लगा दी है। शुक्रवार को हुई बैठक में भाजपा के जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा ने बताया कि रैली में 18 सौ बसों, छह सौ कारों और ट्रैक्टर के जरिए तीन लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। पांच किलोमीटर के दायरे में गांव-कालोनी में जाकर रैली में आने का आह्वान किया जा रहा है।
क्षेत्रीय महामंत्री हरीश ठाकुर ने कहा कि यह 2024 के चुनाव की पहली रैली है। कार्यकर्ताओं का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री क्रांति धरा से चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री की रैली के लिए चार हेलीपैड बनाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री के तीन हेलीकॉप्टर के लिए केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान के मैदान में तीन हेलीपैड बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर सभा स्थल से 200 मीटर दूर रोम्बस स्कूल में उतरेगा।
शुक्रवार को एसपीजी ने हेलीकाॅप्टर लैंडिंग का रिहर्सल देखकर दिशा निर्देश दिए। पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने रैली स्थल का निरीक्षण किया। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी के भी आने की चर्चा है, ऐसी सूरत में पांचवां हेलीपैड भी बनाया जा सकता है।