नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में पेश की गई कैग (सीएजी) रिपोर्ट और आप के 21 विधायकों के निलंबन पर शिवसेना (यूबीटी) नेता और सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने प्रतिक्रिया दी। वहीं, भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने भी अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जो कैग रिपोर्ट पेश की गई है, मैं उसका विवरण नहीं जानती। मैं कहूंगी कि कैग रिपोर्ट में जो कमियां हैं, उसके बारे में ज्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीतिक बयानबाजी की जा रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एक ही मुद्दा है कि कैसे राजनीति करो, पूर्ण तरीके से करो, सेवा न करो, सिर्फ मेवा खाओ। कैग रिपोर्ट की हकीकत जनता के सामने आनी चाहिए।
प्रियंका चतुर्वेदी ने केंद्र सरकार पर भी तंज कसा। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार की ऐसी बहुत सारी कैग रिपोर्ट हैं, जिस पर ना चर्चा होती है और ना मीडिया उस पर प्रश्न उठाता है। अगर आप उनकी रिपोर्ट उठाएंगे तो समझ में आएगा कि कैसे केंद्र की सरकार नाकामयाब है। एक सवाल के जवाब में प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि भाजपा के लोग डरे हुए हैं। पांच साल में जनता का मूड भी बदल जाएगा। पंजाब को ध्यान में रखकर यह सारी कार्रवाई हो रही है। उन्होंने कहा कि विधायकों का मुद्दा क्या था? 21 विधायक क्या मांग रहे थे? आपने बाबा साहेब अंबेडकर की फोटो क्यों हटा दी। बाबा साहेब अंबेडकर पर आप राजनीति करते हैं। अमित शाह ने बाबासाहेब के बारे में क्या-क्या नहीं कहा, लेकिन आप उन बातों को दबाने का काम करते हैं।
अगर आपको बाबासाहेब अंबेडकर से इतनी चिढ़ है कि उनकी बात रखने वालों को आप सस्पेंड कर देते हैं, तो यह आपकी सोच और आपकी राजनीति को साफ दिखाता है। वहीं, भाजपा नेता व दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और उनके लोगों ने कैग रिपोर्ट को बहुत दिनों तक छिपा के रखा था। हमारी मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने संकल्प के साथ आज विधानसभा के पहले सत्र में यह रिपोर्ट सार्वजनिक की। कैग रिपोर्ट कह रही है कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने दो हजार करोड़ रुपये का कमीशन खाया है। कोरोना काल में अपने लोगों को शराब दे ठेके दिए। जब दिल्ली में दवाइयों और ऑक्सीजन की जरूरत थी, तब अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया शराब नीति में भ्रष्टाचार में व्यस्त थे।