शामली। उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण के सहयोग से जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, शामली द्वारा भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित विभिन्न आपदाओं पर शासन द्वारा प्राप्त निर्देशों के क्रम में जनपद के समस्त प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय व डिग्री कॉलेज के समस्त प्रधानाध्यापक, प्रधानाचार्य एवं अध्यापक तथा ग्राम पंचायत के समस्त ग्राम विकास अधिकारी सचिव व पंचायत सहायक एवं संबंधित क्षेत्र के लेखपाल तथा जनपद के चयनित आपदा मित्रों को जागरुक किए जाने हेतु जिला स्तरीय प्रशिक्षकों के रूप में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन जनपद के सिल्वर बैल्स कैराना रोड शामली भवन पर संचालित किया जा रहा है। जिसका शुभारंभ गुरुवार को दो पालीयों में प्रथम पाली प्रातः 10.00 बजे से 01.00 बजे तक तथा द्वितीय पाली व दोपहर 01.00 से सायं 05.00 तक किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला विद्यालय निरीक्षक जे.एस. शाक्य के नेतृत्व में किया गया। जो 08 फरवरी से शुरू होकर 10 फरवरी तक चलेगा, आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद में स्थित समस्त प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षक व शिक्षिकाओं को राज्य स्तरीय प्रशिक्षित आपदा प्रबंधन प्रशिक्षक ममता व विजय कुमार द्वारा प्रशिक्षित किया गया। जिसके माध्यम से सभी शिक्षकों व प्रतिभागी को जिले स्तर पर प्रशिक्षक के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है।
इस दौरान प्रशिक्षण कार्यक्रम मैं अपर मुख्य चिकित्साधिरी डा. शाइस्ता ने कहा कि ‘‘करें प्रशिक्षित, रहें सुरक्षित‘‘ के तर्ज पर हम सभी नागरिकों को बज्रपात, सर्पदंश, शीतलहर, लू, सुरक्षा से बचाव, आंधी-तूफान, भूकंप व बाढ़ जैसी विभिन्न आपदाओं से लोगों को बचाव के उपायों की जानकारी दी गई, और आपदा के दौरान क्या करें, क्या न करें के प्रति जागरूक भी किया जायेगा।
इन ट्रेनरों द्वारा दिलाया जा रहा प्रशिक्षण को गहनता पूर्वक जानकारी प्राप्त करते हुए स्कूल व ग्राम स्तर पर किसी प्रकार की आपदा आने पर खुद को कैसे सुरक्षित रखें इसके लिए लोगो को प्रशिक्षित कर जागरूक आपदा से होने वाली जनहानि, पशु हानि न हो इसके लिए लोगों को जागरूक करते हुए आपदा प्रबंधन साइकिल पर प्रशिक्षित भी किया जाये।
उन्होंने कहा कि आपदा से बचाव के लिए लोगों को इस तरह से प्रशिक्षित किया जाये कि आपदा आने पर खुद को सुरक्षित रखते हुए दूसरे की भी मदद किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा जैसी घटनाएं होने की स्थिति में आपदा विभाग द्वारा राहत राशि देने का प्राविधान है, इसके लिए लोगों को विशेष रूप से जागरूक करने की जरूरत है। जिससे इस स्थिति में उस व्यक्ति की मदद हो सके।
इस दौरान जिला अग्नि शमन अधिकारी नितिन कुमार व बर्नपाल सरोहा ने आग से बचाव हेतु उपायों को बताते हुए कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद इसी तरह से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर स्कूल के बच्चों व आप-पास के लोगों को प्रशिक्षित करते हुए आपदा की स्थिति में बचाव, सुरक्षा आदि उपायों की जानकारी देते हुए जागरूक किया जाये, इसलिए शिक्षक, शिक्षिकाओं से गहनता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने पर बल दिया गया।
इस मौके पर जिला आपदा विशेषज्ञ नेहा दूबे द्वारा कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप यहां से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद इसी तरह से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन कर स्कूल के बच्चों व आप-पास के लोगों को प्रशिक्षित करते हुए आपदा की स्थिति में बचाव, सुरक्षा आदि उपायों की जानकारी देते हुए जागरूक किया जाये। जिससे की प्रत्येक वर्ग के लोग आपदाओं के प्रभावों को समझे और उससे बचने के तरीको को अपने जीवन में उतरे और सरकार की योजना का लाभ ज़्यादा से ज़्यादा तक पहुँचें इसलिए शिक्षक, शिक्षिकाओं से गहनता पूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने पर बल दिया गया। साथ ही साथ ही यह भी अवगत कराया कि जनपद की प्रमुख आपदा बाढ़ भूकंप अग्निकांड शीतलहर एवं अन्य आपदाओं में अब क्या करें क्या ना करें के विषय पर विस्तृत चर्चा कर उपस्थित समस्त प्रतिभागियों को अवगत कराते हुए जानकारी दी गई।
इस दौरान प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन करते हुए डा. अनुराग व डा. मलिक ने कार्यक्रम को सफलतापूर्ण संपन्न किया।
इस मौके पर जनपद के चयनित आपदा मित्र शुभम कुमार, आरिफ़ , संदीप , सुमित, पंकज, सूरज, शरभ राना आदि उपस्थित रहें।