वाशिंगटन। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रम्प के खिलाफ आपराधिक मुकदमे में महत्वपूर्ण क्षण आया। लोअर मैनहट्टन के अदालत कक्ष में पूर्व राष्ट्रपति ने अभियोजन पक्ष के आरोपों को चुपचाप सुना। बचाव पक्ष ने प्रतिवाद किया कि ट्रम्प पर गलत आरोप लगाया गया था। जूरी के समक्ष अभियोजन पक्ष ने गवाह को प्रस्तुत करने के साथ कुछ साक्ष्य भी रखे।
मैनहट्टन अभियोजक ने जूरी के 12 सदस्यों को बताया कि यह मामला “एक आपराधिक साजिश और सेक्स स्कैंडल्स को छिपाने” के बारे में था। इसके उजागर होने से 2016 में उनकी चुनावी जीत को खतरा था। उन्होंने बताया कि कैसे ट्रम्प, उनके वकील माइकल कोहेन और द नेशनल इन्क्वायरर टैबलॉयड के प्रकाशक डेविड पेकर नकारात्मक कहानियों को फैला रहे थे।
अपने शुरुआती बयान में ट्रंप के वकील ने जोर देकर कहा कि उनके मुवक्किल ने कुछ भी गलत नहीं किया। ट्रम्प निर्दोष हैं। इसके बाद पेकर को मुकदमे में पहले गवाह के रूप में बुलाया गया। अपनी गवाही में, पेकर ने बताया कि कैसे द नेशनल इन्क्वायरर ने कहानियों के लिए भुगतान किया। उन्होंने इसे “चेकबुक पत्रकारिता” की संज्ञा दी।
यह मुकदमा पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को धन दिए जाने का है। उस समय ट्रम्प के पोर्न स्टार के साथ संबंध होने की बात सामने आई थी। आरोप है कि उन्होंने इसे छुपाने के लिए स्टॉर्मी को एक लाख 30 हजार डॉलर का भुगतान किया। पूर्व राष्ट्रपति की कंपनी ने यह धन उनके वकील माइकल कोहेन को दिया। उन्होंने इसका भुगतान ट्रम्प की तरफ से पोर्न स्टार को किया। वकीलों का कहना है कि दोष सिद्ध होने पर ट्रम्प को चार साल तक की सजा हो सकती है। उल्लेखनीय है कि यह मुकदमा ऐसे समय आगे बढ़ रहा है जब ट्रम्प इस वर्ष राष्ट्रपति चुनाव के रिपब्लिकन टिकट के लिए संभावित उम्मीदवार भी हैं।