मेरठ। समाजवादी पार्टी द्वारा मेरठ लोकसभा सीट से अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह को टिकट देने पर कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू कर दिया है। कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर खूब विरोध कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा मेरठ जैसी लोकसभा सीट पर दिग्गजों के चेहरों को छोड़कर बाहरी को प्रत्याशी बनाने का विरोध शुरू हो गया है। सपा का टिकट अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह को मिलने पर कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर नाराजगी जाता रहे हैं।
उनका कहना है कि मेरठ के बजाय बाहर के व्यक्ति को प्रत्याशी नहीं बनाना था। लोकल के किसी नेता को ही टिकट देना था। इसे लेकर समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया ग्रुपों पर खुलकर लिख रहे हैं।
उधर, इसी विरोध के चलते सपा के एक सक्रिय कार्यकर्ता शैंकी वर्मा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से सपा के प्रत्याशी सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता भानु प्रताप सिंह होंगे। सपा के दिग्गज दावेदार टिकट की रेस में फेल हो गए। सपा ने दलित दांव चला है। हालांकि योगेश वर्मा को टिकट देकर भी यह दांव चला जा सकता था, मगर आपसी खींचतान में ऐसा नहीं हो सका।
दावेदारों की लखनऊ में सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ शुक्रवार दोपहर बैठक हुई और इसके बाद शाम टिकट फाइनल कर दिया गया।
मेरठ से सपा के टिकट की दौड़ में किठौर विधायक शाहिद मंजूर, शहर विधायक रफीक अंसारी, सरधना विधायक अतुल प्रधान, पूर्व विधायक योगेश वर्मा, पूर्व सांसद हरीश पाल के बेटे नीरज पाल, जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी, अमरोहा से विधानसभा का सपा टिकट पर चुनाव लड़े मुखिया गुर्जर के नाम प्रमुखता में चल रहे थे।