मेरठ। गंगानगर स्थित आईआईएमटी विश्वविद्यालय में सार्वजनिक रूप से नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किए जाने से गुस्साये स्थानीय हिंदूवादी नेताओं ने गंगानगर थाने में जाकर पुलिस को घटना के संबंध में तहरीर देते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
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हिंदू जागरण मंच के पूर्व महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही ने यह जानकारी देते हुए कहा कि आईआईएमटी विश्वविद्यालय मेरठ के नमाज प्रकरण में 48 घंटे बीत जाने के बाद मेरठ पुलिस प्रशासन एवं विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कोई मजबूत कार्रवाई न होने पर हिंदू संगठनों में आक्रोश है। उन्होंने कहा कि 48 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई मुकदमा दर्ज़ नहीं किया गया है। ऐसा लगता है कि मेरठ का पुलिस प्रशासन विश्वविद्यालय के दबाव में है। सचिन सिरोही ने कहा कि यदि मेरठ पुलिस प्रशासन अग्रिम 12 घंटे में मुकदमा पंजीकृत कर सख्त कार्रवाई नहीं करता है तो ऐसा भी हो सकता है कि हमारा होली का त्यौहार हम परिवार सहित इस साल ना मनाएं।
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उन्होंने कहा कि मेरा प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से विनम्र निवेदन सभी सार्वजनिक जगह पर चाहे वह कोई कॉलेज है यूनिवर्सिटी है सड़क है। इसमें नमाज अदा करके खुद उसका वीडियो बनाकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर होली के त्योहार पर वायरल करना एक बड़ी साजिश का संकेत है। आप इस प्रकरण में सख्त कार्रवाई का निर्देश जल्द जारी करने की कृपा करें। हम ऐसे किसी भी कार्य को मेरठ जिले में नहीं होने देंगे। सचिन सिरोही ने वीडियो पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जब सार्वजनिक स्थल पर हनुमान चालीसा पढ़ने पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर सकती है। ऐसे में मुस्लिम युवकों का ग्रुप विश्वविद्यालय परिसर में नमाज पढ़ रहा है। पुलिस उन पर क्यों मुकदमा दर्ज नहीं करती। सचिन सिरोही के अनुसार आईआईएमटी विश्वविद्यालय में नमाज पढ़ते हुए 40 50 छात्रों का वीडियो सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पेज खालिद मेवाती खालिद प्रधान 302 के नाम से वायरल हुआ है।
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घटना के संबंध में पुलिस को क्या कोई तहरीर मिली है। इस बारे में पूछने पर सीओ सदर देहात शिव प्रताप सिंह ने आज बताया कि किसी ने दी होगी। इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि घटना के संबंध में मैंने कल ही संबंधित विश्वविद्यालय प्रशासन से पूछा था कि आप लोगों ने इस मामले में क्या कार्यवाही की है तो उन्होंने हमें बताया था कि मामला हमारे संज्ञान में आते ही हमने इस मामले में जांच कमेटी नियुक्त कर दी है। कमेटी इस बात का पता लगाएगी कि ऐसा करने वाले कौन थे क्या थे कब हुआ है कौन कौन लोग इसमें शामिल है। आईआईएमटी विवि के प्रेस प्रवक्ता सुनील शर्मा ने कहा कि यह वीडियो हमारे विवि का है। छात्रो ने विवि परिसर में कब नमाज अदा की है। इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। फिलहाल,पूरे प्रकरण की जांच के लिए विवि प्रशासन द्वारा एक पांच सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।