झांसी। झांसी में 2019 में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए पुष्पेंद्र यादव की पत्नी शिवांगी द्वारा आत्महत्या कर देने मामला सामने आया है। परिजनों के मुताबिक सुबह जब घर वालों ने कमरा खोला तो अंदर का नजारा देख उनके होश उड़ गए। आनन फानन में परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को फंदे से नीचे उतारा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
परिवार का दावा है कि आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने से शिवांगी काफी परेशान थी। शिवांगी जालौन के आटा थाना क्षेत्र के गांव पिपराया में अपने मायके में फांसी लगाई है। वह पति के एनकाउंटर के बाद से मायके में रह रही थी। शिवांगी की उम्र 25 साल थी।
शिवांगी के पास से कोई सुसाइड नोट तो नहीं मिला है, लेकिन उसने अपने हाथ पर एक नोट जरूर लिखा है। शिवांगी ने लिखा है, अपने आप खत्म हो रहे हैं, किसी पर कोई दाग नहीं है। शिवांगी की मौत पर उसकी मां का कहना है, मेरी बेटी ने बहुत लंबी लड़ाई लड़ी, लेकिन वो हार गई। मेरी बेटी की मौत बेकार नहीं जानी चाहिए। अब तो मेरी बेटी और दामाद दोनों को इंसाफ मिलना चाहिए।
पति की मौत के बाद से शिवांगी मानसिक रूप से परेशान चल रही थी। मामले में शिवांगी के भाई का कहना है सरकार से न्याय ना मिलने के कारण उसकी बहन डिप्रेशन में रहती थी। पति के हत्यारों पर कोई कार्रवाई न होने से परेशान थी। इसी कारण उसने फांसी लगाकर जान दी है।
मामले में कालपी सीओ डॉ. देवेंद्र पचौरी ने बताया कि महिला के बाएं हाथ में सुसाइड नोट लिखा हुआ था। जिसमें उसने आत्महत्या का कारण स्वयं को बताया है। फिलहाल हैंडराइटिंग की जांच की जा रही है। जो भी परिजनों द्वारा शिकायत मिलेगी उस पर जांच कराने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शादी के चार महीने बाद हुआ था एनकाउंटर
29 जून 2019 को शिवांगी की शादी झांसी के करगुआ गांव के पुष्पेंद्र से तय हुई थी। शादी के 4 महीने बीतने के बाद 5 अक्टूबर को झांसी पुलिस ने पुष्पेंद्र को एनकाउंटर में मार गिराया था। पुलिस ने दलील दी थी, पुष्पेंद्र ने कानपुर-झांसी राजमार्ग पर मोंठ थाने के इंचार्ज धर्मेंद्र सिंह चौहान पर फायरिंग की और उनकी कार लूट ली। पुलिस ने नाकेबंदी की और पुष्पेंद्र को मुठभेड़ में मार गिराया था।