Sunday, November 24, 2024

शिक्षक भर्ती मामले में साढ़े नौ घंटे तक हुई ममता बनर्जी के भतीजे से पूछताछ, बाहर निकलते ही शाह-शुभेंदु पर बोला हमला

कोलकाता। राज्य के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी से शनिवार को साढ़े नौ घंटे से अधिक पूछताछ हुई। सीबीआई के नोटिस के मुताबिक सुबह 11 बजे के करीब वह केंद्रीय एजेंसी के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित दफ्तर में पहुंच गए थे। उसके बाद रात 8:45 बजे करीब वहां से बाहर निकले हैं। इस मामले में पहले से गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के निष्कासित नेता कुंतल घोष ने डिस्ट्रिक्ट जज और कोलकाता पुलिस को पत्र लिखकर दावा किया था कि केंद्रीय एजेंसी उन पर अभिषेक का नाम लेने के लिए दबाव बना रही है। इसी मामले में हाईकोर्ट के आदेशानुसार सीबीआई ने अभिषेक से पूछताछ की है।

यहां से बाहर निकलने के बाद उन्होंने सीधे तौर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी पर तीखा हमला बोला। मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार बीरभूम जिले के बाहुबली नेता अणुव्रत मंडल की बेटी सुकन्या मंडल का जिक्र करते हुए अभिषेक बनर्जी ने कहा कि 150 गुना संपत्ति बढ़ने की वजह से सुकन्या मंडल जेल में है लेकिन अमित शाह के बेटे जय शाह की संपत्ति 1500 गुना बढ़ी है। उनसे कोई नहीं पूछता?

जिले में चल रहे अपनी दो महीने व्यापी जनसंपर्क यात्रा रोकने की साजिश का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सीबीआई मुझे केवल नोटिस इसीलिए पर भेज रही है ताकि मेरी जनसंपर्क यात्रा को रोका जा सके। नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में तो बिचौलिया प्रसन्न रॉय को गिरफ्तार किया गया है, जिसने भाजपा नेता दिलीप घोष का नाम लिया है। तो क्यों घोष से पूछताछ नहीं हो रही है?

इसके अलावा, वरिष्ठ भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी पर अप्रत्यक्ष तौर पर हमला बोलते हुए अभिषेक ने कहा, “जब वे तृणमूल कांग्रेस में थे तब पूर्व मेदिनीपुर में अपने गृह जिले के साथ ही मुर्शिदाबाद के पार्टी के प्रभारी थे। सीबीआई ने जिन अवैध नियुक्तियों के बारे में मुझसे पूछताछ की उनमें से अधिकतर मेदनीपुर और मुर्शिदाबाद के रहने वाले हैं। वहां पार्टी की ओर से किसकी जिम्मेदारी थी? उससे पूछताछ क्यों नहीं हो रही है?”

अभिषेक ने कहा, “सीबीआई द्वारा पूछे गए अधिकतर सवाल बेमतलब थे। लेकिन सीबीआई ने मुझसे जो कुछ भी पूछा है उसका जवाब मैंने दिया है।”

उन्होंने कहा, “मैंने पहले ही कहा था कि मेरे खिलाफ अगर साक्ष्य है तो उसे सार्वजनिक किया जाए। पूछताछ करने की जरूरत नहीं है। अगर कहीं भी भ्रष्टाचार साबित हुआ तो फांसी पर चढ़ जाउंगा। मेरा भी समय बर्बाद किया जा रहा है और जांच अधिकारियों का भी।”

उल्लेखनीय है कि कुंतल घोष ने जेल से चिट्ठी लिखकर दावा किया था कि केंद्रीय एजेंसियां उन पर अभिषेक बनर्जी का नाम नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में लेने के लिए दबाव बना रही हैं। उसके एक दिन पहले अभिषेक बनर्जी ने कोलकाता के शहीद मीनार मैदान में जनसभा कर कहा था कि चिटफंड मामले में मेरा नाम लेने के लिए तृणमूल नेताओं पर दबाव बनाया गया था। इसके बाद आरोप लगे थे कि केंद्रीय एजेंसियों को बदनाम करने के लिए इस तरह की राजनीतिक बयानबाजी की जा रही है। इसी मामले में हाईकोर्ट ने अभिषेक बनर्जी और कुंतल से पूछताछ का आदेश केंद्रीय एजेंसियों को दिया है। शुक्रवार को सीबीआई ने अभिषेक को नोटिस भेजकर आज शनिवार को हाजिर होने को कहा था। जब नोटिस मिला तब अभिषेक बांकुड़ा में जनसभा कर रहे थे लेकिन उसे बीच रास्ते में रोककर कोलकाता लौट आए और पूछताछ में शामिल हुए हैं।

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