नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद राघव चड्ढा ने सोमवार को निलंबन के खिलाफ उनकी याचिका पर संज्ञान लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट और इसे रद्द करने के लिए सभापति जगदीप धनखड़ को धन्यवाद दिया।
चड्ढा का निलंबन 115 दिनों तक चला। उन्होंने कहा कि वह लोगों से मिले आशीर्वाद और समर्थन से प्रभावित हैं।
भाजपा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव द्वारा पेश प्रस्ताव पर संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सोमवार को चड्ढा का निलंबन रद्द कर दिया गया।
11 अगस्त को राज्यसभा से निलंबित किए गए आप सांसद पर भाजपा ने पांच सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर करने का आरोप लगाया था।
निलंबन रद्द किए जाने पर चड्ढा ने एक वीडियो संदेश में कहा, “मुझे 11 अगस्त को राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था। निलंबन को रद्द करने के लिए मैं सुप्रीम कोर्ट गया था। सुप्रीम कोर्ट ने मेरी याचिका पर संज्ञान लिया और मेरा निलंबन रद्द कर दिया गया है।”
उन्होंने कहा कि सोमवार को उनके निलंबन को समाप्त करने के लिए एक प्रस्ताव लाया गया। उन्होंने कहा, “मुझे 115 दिनों तक निलंबित रखा गया और मैं इस दौरान सरकार से सवाल नहीं पूछ सका। मुझे खुशी है कि निलंबन रद्द कर दिया गया है और मैं सुप्रीम कोर्ट और राज्यसभा सभापति को धन्यवाद देता हूं।”
उन्होंने कहा, “निलंबन के दौरान मुझे आपके संदेश मेल के माध्यम से मिले। आपके संदेशों से मुझे ताकत मिली और मैं आप सभी का आभारी हूं।”