मुजफ्फरनगर। त्योहारों के नजदीक आते ही मिलावट खोर खाद्य पदार्थों में मिलावट करने के लिए नए नए तरीके अपना कर महंगे दामों में मिलावटी सामान बेचकर लागत से कई गुना अधिक लाभ कमाते हैं।
वहीं दुकानदारों द्वारा बनाए गए मिलावटी खाद्य पदार्थों का प्रयोग जनपदवासियों द्वारा किया जाता है, जिसके बाद वह फूड पोइजिंग का शिकार होकर अस्पताल की खटिया पकड़ लेते हैं। मगर प्रदेश में काबिज भाजपा की योगी सरकार द्वारा तमाम अधिकारियों को मिलावटखोरों के पीछे लगा कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजने के लिए आदेश दिए गए हैं। वही जनपद में खाद्य विभाग की टीम द्वारा छापेमारी करते हुए नमूने भरे गए हैं।
वही छापेमारी की कार्यवाही से मिलावटखोरों में हड़कंप मच गया। इस दौरान कई दुकानदार अपने प्रतिष्ठानों से गायब मिले तो कई दुकानदार अपनी दुकानों को बंद करके वहां से गायब हो गए। खाद्य विभाग द्वारा लगातार आगामी त्यौहार के मद्देनजर लगातार खाद्य विभाग की टीम द्वारा व्यापारियों की दुकानों पर छापेमारी की जा रही है।खाद सुरक्षा अधिकारी चमन लाल सिंह के साथ दर्जनों कर्मचारियों द्वारा दूध, दही, नमकीन, पनीर, मिठाइयां एवं कलर्स आदि कुट्टू आटा व गेहूं के आटे चावल के आटे आदि खाद्य सामग्री के नमूने एकत्रित कर लैब को भेजे जा रहै है,l
तो वही अभी तक खाद सुरक्षा विभाग द्वारा 300 से ज्यादा नमूने भरे जा चुके हैं। छापेमारी कार्यवाही के दौरान लाखों रुपए का व्यापारियों पर जुर्माना लगाया गया है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी चमनलाल सिंह ने बताया कि आगामी त्योहारों के मद्देनजर लगातार खाद्य विभाग छापेमारी कर रहा है और नमूना एकत्रित कर लेब को भेजे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मिलावट खोरों के विरूद्ध कार्रवाई लगातार होली तक चलती रहेगी, जिससे नकली व मिलावटी खाद्य पदार्थो व सामानों पर रोक लग सके और जनपद वासियों को खाने का अच्छा सामान मिल सके।