लखनऊ । किसान महापंचायत में प्रतिभाग करने लखनऊ में इको गार्डन पहुंचें किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों के जमीन का सर्किल रेट बढ़ाते नहीं है। बस, जमीन का अधिग्रहण कर लेते हैं। किसानों को हर तरफ से लूटा जा रहा है।
इको गार्डन कार्यक्रम स्थल पर किसान नेता स्वर्गीय महेन्द्र टिकैत की जयंती के अवसर पर महापंचायत में पहुंचें किसान नेता राकेश टिकैत ने मीडिया के सामने तमाम बातों को रखा। राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में हुए कार्यक्रम में किसानों के हक के लिए एकजुट रहने का संकल्प लिया गया। किसानों ने कहा कि सरकार ने मुफ्त बिजली देने की घोषणा की थी, लेकिन अब बकाया वसूलने के लिए हथकंडा अपना रही है।
इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि शहरी इलाकों के बाहर रिंग रोड बन रहे हैं तो कहीं दूसरे विकास कार्य हो रहे है। इसके नाम पर किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। जमीन तो ले लिया जा रहा है, उन्हें समय पर मुआवजा नहीं मिल रहा हैं। वहीं जमीन अधिग्रहण से पहले सर्किल रेट बढ़ने से रोक दिया जा रहा है। हर तरह से किसान को परेशान ही किया जा रहा है।
किसान नेता ने कहा कि हमारी बात सरकार तक पहुंच जायें, यही चाहते हैं। सरकार हमारी बात पर ध्यान देगी, यही उम्मीद है। किसान के हाथ में कोई पावर नहीं है, किसान केवल आंदोलन कर सकता हैं। कुछ मुद्दे हमारे है, जिसे लेकर हमारे नेता महेन्द्र टिकैत की जयंती पर महापंचायत बुलायी गयी है। गन्ने के भुगतान के लिए राज्य सरकार केन्द्र को चिट्टी लिखे, बिजली मुफ्त देने की बात सरकार कह रही है तो मीटर ना लगाये।
टिकैत ने कहा कि किसानों के मसीहा महेंद्र सिंह ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे हर हाल में निभाएंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री को संबोधित 40 सूत्रीय ज्ञापन दिया गया। इसमें गन्ने का भाव 500 रुपये प्रति क्विंटल घोषित करने, चीनी मिलों की ओर से किसानों का बकाया भुगतान करने, आवारा पशुओं से फसल को बचाने, किसान साधन सहकारी समितियों पर खाद बीज की उपलब्धता बरकरार रखने, फसल बीमा का जल्द से जल्द भुगतान करने जैसी मांगें उठाई गईं।