शामली। शामली में किसानों के बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर चल रहे धरने में पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार का किसानों के भुगतान पर नहीं बल्कि, किसानों की जमीन पर निगाहें हैं और किसानों को अपनी जमीन को बचाना है।
राकेश टिकैत ने किसानों के गन्ना भुगतान को डिजिटल किए जाने की भी सरकार से मांग की। आपको बता दें कि जनपद शामली में तीन शुगर मिले हैं और इन तीनों शुगर मिलों पर किसानों का करीब 340 करोड रुपए बकाया गन्ना भुगतान है। इस भुगतान को करने की मांग को लेकर किसान काफी समय से आंदोलन रत है और शामली की गन्ना समिति पर धरना दे रहे हैं।
गुरुवार को शामली में आयोजित इस धरने को समर्थन देने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत भी पहुंचे और उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार की किसानों के प्रति मंशा साफ नहीं है, सरकार का किसानों का बकाया भुगतान करने पर ध्यान नहीं है, बल्कि सरकार का ध्यान किसानों की जमीन पर है और किसानों को अपनी जमीन बचानी है।
राकेश टिकैत ने कहा कि गन्ना किसानों का भुगतान भी डिजिटल होना चाहिए, जिससे कि किसानों की गन्ने की पर्ची तुलते ही उनके खाते में सीधा पेमेंट पहुंच सके…साथ ही उन्होंने मिल मालिक की मंशा पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि शुगर मिल के मालिक अपने अन्य उद्योग धंधों में गन्ना किसानों का पैसा लगा देते हैं और किसानों का भुगतान नहीं करते। यह सरासर मनमानी है जब तक सरकार इन मिल मालिकों पर सख्ती नहीं बरतेगी, तब तक किसानों की यह समस्या बनी रहेगी।
उन्होंने कहा कि ऊन चीनी मिल का मालिक जानबूझकर भुगतान नहीं कर रहा है, थाना भवन की मिल का सरकार पर बकाया था, अब हो गया है उसे किसानों का भुगतान करना चाहिए।