अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में 21 व 22 जनवरी को दो दिन मुस्लिम समाज मस्जिद व मदरसों के साथ-साथ अपने-अपने घरों में दीपक जलाकर चिरागा (रोशनी) करेंगे। यह जानकारी मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक मो. अफजाल ने दी।
मोहम्मद अफजाल ने बताया कि 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मुस्लिम समाज अयोध्या यात्रा पर निकलेगा। इस दौरान मुस्लिम समाज के लोग अयोध्या में हनुमान गढ़ी व रामजन्मभूमि का दर्शन करेंगे। मुस्लिम समाज को अयोध्या दर्शन कराने के लिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच उत्तर प्रदेश के अलग-अलग चार स्थानों से यात्रा निकालेगा। सभी यात्राओं का समापन अयोध्या में होगा।
मोहम्मद अफजाल ने बताया कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद बड़ी संख्या में देशभर से रामभक्त अयोध्या आयेंगे। इसलिए उत्तर प्रदेश के बड़े महानगरों जैसे वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ और अयोध्या में भण्डारों का संचालन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच करेगा।
देवाशरीफ में 17 जनवरी को होगी रामधुन
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सूफी संत मलंग प्रकोष्ठ की ओर से देशभर में दरगाह व मजारों पर रामधुन का कार्यक्रम करेगी। बाराबंकी के देवा शरीफ में 17 जनवरी को सूफी संत मोहम्मद ताहिर की अध्यक्षता में रामधुन होगी इस अवसर पर मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय पदाधिकारी हिस्सा लेंगे।
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक रजा रिजवी ने कहा कि मुस्लिम समाज मर्यादा पुरुषोत्तम राम को इमामे हिन्द मानता है। राम इस देश के राष्ट्रनायक हैं। उनकी जन्मभूमि पर भव्य मंदिर बन रहा है। मुस्लिम समाज भी इससे खुश है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच प्राण प्रतिष्ठा के दिन इस खुशी में मिठाईयां बांटेगा। उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने कहा था कि अदालत का जो आदेश होगा वह हम मानेंगें। कोर्ट के आदेश के तहत रामजन्मभूमि हिन्दुओं को मिली है। कोर्ट ने मुस्लिमों को भी मस्जिद बनाने के लिए जगह उपलब्ध कराई है। इससे हम खुश हैं।