लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण और अयोध्या जाने के सवाल पर कहा कि भगवान का बुलावा कब-किसको आ जाए, कोई कह नहीं सकता। मेरा मानना है कि बिना भगवान की इच्छा के कोई दर्शन नहीं करने जा सकता। बिना उनके इच्छा के कोई दर्शन नहीं कर पाता।
अखिलेश गुरुवार को समाजवादी महिला सभा की बैठक के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। अखिलेश ने इस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य की बयानबाजी पर भी जवाब दिया। योगी सरकार को महिला विरोधी करार दिया। यह भी कहा कि यह सरकार केवल नौजवानों से डरती है। इनके आक्रोश के डर से ही सिपाही भर्ती में उम्र सीमा बढ़ाई गई है।
अखिलेश यादव ने कहा कि हम सब लोग उस परंपरा को मानते हैं जिसमें कहा जाता है कि जब भगवान बुलाते हैं तभी आप दर्शन पाते हैं। बिना बुलाए कोई नहीं जाता। भगवान बुलाते हैं तभी हम जाते हैं। भगवान कब किसका बुलावा दे दे,कब किसे बुला दे कहा नहीं जा सकता। हम अपने घर से निकलने से पहले भगवान के दर्शन करके ही निकलते हैं। सीढ़ी उतरते ही भगवान के दर्शन होते हैं। दरवाजा खोलते ही भगवान के दर्शन होते हैं। अखिलेश ने तंज कसते हुए कहा कि आजकल तो कैमरा ही सबसे बड़ा भगवान है।
स्वामी प्रसाद मौर्य पर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी वालों को बताना चाहिए कि स्वामी प्रसाद मौर्य जब बीजेपी में थे तब क्या बोलते थे। सपा हर धर्म का सम्मान करती है जो धर्म जैसा है वैसे ही स्वीकार करती है, लेकिन यह सवाल बीजेपी वालों से पूछना चाहिए कि जब उनके दल में थे तब वह ऐसा क्यों नहीं बोलते थे।
अखिलेश ने कहा कि पिछड़े,दलित,अल्पसंख्यक और आधी आबादी की बात हमेशा समाजवादी लोग उठाते रहे हैं। सबसे ज्यादा गैर बराबरी का सामना अगर किसी को करना पड़ता है समाज में तो वो हमारी यही माताएं, बहने हैं। सबसे ज्यादा असुरक्षित महिलाएं कहीं दिखाई दे रही हैं तो उत्तर प्रदेश में है।
कहा कि 2024 के चुनाव में समाजवादी महिला संगठन पूरी ईमानदारी के साथ समाजवादी पार्टी को जिताने का काम करेगा। समाजवादी पार्टी लगातार तैयारी कर रही है लोकसभा के चुनाव के लिए। 80 सीटें हराने का काम यही गठबंधन भारतीय जनता पार्टी को करेगा। उन्होंने कहा कि 80 सीटें हाराओं, देश से भाजपा को हटाओ, सविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ और नारी सम्मान बचाओ।
अखिलेश ने कहा कि सिपाही भर्ती में उम्र को लेकर पूरे प्रदेश के नौजवान आक्रोश में थे। कम से कम सरकार ने स्वीकार कर लिया। यह नौजवानों के आक्रोश से डरते हैं। क्योंकि चुनाव करीब है इसलिए नौकरी की बात की है लेकिन रिजल्ट वोट पड़ने के बाद भी नहीं आएगा।