मुजफ्फरनगर। बहुचर्चित रामपुर तिराहा कांड में तत्कालीन एसओ सिविल लाइन राधामोहन द्विवेदी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर फोटोकॉपी पर सुनवाई पर आपत्ति जताई। बचाव पक्ष का कहना है कि वारदात के इतने समय बाद आरोपियों की पहचान नहीं कराई जानी चाहिए।
बचाव पक्ष के अधिवक्ता श्रवण कुमार एडवोकेट ने बताया कि रामपुर तिराहा कांड के मूल दस्तावेज गुम होने की स्थिति में फोटोकॉपी पर सुनवाई चल रही है। तत्कालीन एसओ राधामोहन द्विवेदी ने फोटोकॉपी पर सुनवाई और इतने लंबे समय बाद आरोपियों की पहचान कराए जाने के विरोध में याचिका दाखिल की है। याचिका पर 28 जून को सुनवाई होगी।
रामपुर तिराहा कांड में सेशन कोर्ट में सीबीआई बनाम राधा मोहन द्विवेदी की पत्रावली में सुनवाई चल रही है जबकि सीबीआई बनाम बृज किशोर और सीबीआई बनाम एसपी मिश्रा की पत्रावली का मजिस्ट्रेट ट्रायल चल रहा है। रामपुर तिराहा कांड में पीड़ितों से हथियारों की फर्जी बरामदगी के मामले में बचाव पक्ष की ओर से स्थगन प्रार्थनापत्र दिया गया।
अपर सिविल जज सीनियर डिवीजन प्रथम/ विशेष न्यायालय ने अगली सुनवाई के लिए चार जून तय की है। उत्तराखंड संघर्ष समिति के अधिवक्ता अनुराग वर्मा ने बताया कि सीबीआई बनाम बृज किशोर और एसपी मिश्रा की पत्रावली में बचाव पक्ष ने स्थगन प्रार्थना पत्र दिया है। अब चार जून को सुनवाई होगी।