शामली। जब परमात्मा से आत्मा का मिलन होता है, तो इंसान अक्सर वैराग्य के मार्ग पर निकल जाता है। ऐसे ही मामला शामली में उस वक्त देखने को मिला। जब ग्वालियर का रहने वाला बीसीए तक पढ़ा लिखा साधु नंगे पैर हजारों किलोमीटर का सफर तय करते हुए शामली पहुंचा। जहाँ युवा साधु ने बताया कि वह भक्ति के मार्ग पर चल पड़ा है। अभी तक कई सिद्ध पीठ तीर्थ स्थान के दर्शन करते हुए शामली पहुंचा है और अब यहां से अयोध्या के लिए प्रस्थान करेगा।
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आपको बता दें कि मामला शहर के कैराना रोड का है। जहाँ मध्य प्रदेश राज्य के ग्वालियर का रहने वाला युवा साधु रोहित महाराज पीठ पर भारी भरकम वजन लिए हुए सड़क से गुजरता दिखाई दिया। जहां बातचीत करने पर युवा साधु ने बताया कि वह बचपन से ही आध्यात्मिक प्रवृति का है। इसके साथ ही उसने बीसीए की पढ़ाई भी की है और पूर्व में होटल इंडस्ट्री में भी कार्य कर चुका है। लेकिन प्रभु की भक्ति में वह इस तरह से लीन है, कि अब उसने सांसारिक जीवन छोड़कर वैराग्य का रास्ता चुन लिया है। जिसके चलते युवा साधु अभी 06 माह पहले ग्वालियर से नंगे पांव पैदल चला था।
जहां इस सफर के दौरान उसने बाबा केदारनाथ, अमरनाथ, मां वैष्णो देवी, कुरुक्षेत्र जैसे स्थानो का दर्शन करते हुए शामली तक करीब 3000 किलोमीटर का सफर तय कर लिया है और अब युवा साधु यहां से भी नंगे पांव पैदल चलते हुए अयोध्या पहुंचेगा और इसके बाद प्रयागराज में आयोजित 2025 महाकुंभ में गंगा स्नान करेगा।
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युवा साधु का कहना है कि उसके जीवन का उद्देश्य है। वह साधुओं व किन्नरों के लिए एक आश्रम का निर्माण कराएगा। जिसमें साधुओं व किन्नरों को सम्मान रहना व खाना दिया जा सके। क्योंकि जगह-जगह चोला ओढ़ कर भिक्षा वृत्ति करने वाले लोग मिल जाते हैं। जिससे साधु व उसका चोला बदनाम होता है क्युकी साधुओं का काम भिक्षा मांगने का नहीं भगवान की साधना करने का है।