ग्रेटर नोएडा। सोशल मीडिया पर यमुना एक्सप्रेस-वे के पास दुकान में चलाई जा रही कसीनो की एक पर्ची वायरल हो गई। पर्ची में हिसाब-किताब लिखे थे। पर्ची में चौकी इंचार्ज और दो पत्रकारों के नाम और कितनी रकम देनी है, का जिक्र था।
एक विधायक के करीबी कहे जाने वाले युवा नेता के नाम पर रुपये का जिक्र था। एसीपी ऑफिस के नाम पर कितने पैसे जाते हैं, यह सभी डिटेल पर्ची में लिखी हुई थी।
इस पर्ची के सामने आने के बाद नीमका चौकी इंचार्ज लाखन सिंह को हटा दिया गया। हालांकि, अधिकारियों ने दरोगा के तबादले को रूटीन बताया है।
वहीं, कमिश्नरेट पुलिस की ओर से वायरल वीडियो और सूची की जांच डीसीपी ग्रेटर नोएडा साद मियां खान को सौंपी गई है।
वायरल पर्ची के मुताबिक जेवर कोतवाली में तैनात अधिकारी व कर्मचारी के नाम पर 2,20,000, थाने में चालक का नाम पर 10,000, चौकी इंचार्ज के नाम पर 25,000, दो पत्रकारों के नाम पर 20,000, एसओजी के नाम पर 20,000, एक विधायक के करीबी कहे जाने वाले युवा नेता के नाम पर 25,000, हमराह के नाम पर 25,000, 112 नंबर हेल्पलाइन के नाम पर 25,000, एसपी ऑफिस के नाम पर 50,000, एसीपी के चालक के नाम पर 20,000 रुपये देने का जिक्र था। इस पर्ची में कुल 3 लाख की अवैध वसूली का आरोप लगाया गया है।