मुजफ्फरनगर। जिले में रालोद विधायकों ने पुरकाजी खादर क्षेत्र में स्थापित की जा रही काऊ सेंचुरी का विरोध करते हुए कड़ी आपत्ति जताई है। रालोद विधायकों ने कहा कि आवारा पशुओं से किसानों को राहत दिलाने के नाम पर उनकी पट्टे की जमीन ली जा रही है। उन्होंने कहा कि सैद्धांतिक रूप से वह काऊ सेंचुरी के विरोध में नहीं है। लेकिन किसी किसान को उजाड़ कर ऐसा काम करना कहां तक ठीक है। इस दौरान महावीर चौक स्थित जिला कार्यालय पर रालोद मंडल प्रभारी बनाए जाने पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तरसपाल मलिक का भी स्वागत किया गया।
शुक्रवार को पुरकाजी क्षेत्र के विधायक अनिल कुमार बताया कि केंद्रीय राज्यमंत्री के प्रस्ताव पर पुरकाजी खादर क्षेत्र के मेघा चंदन गांव में करीब 1000 बीघा भूमि पर काऊ सेंचुरी स्थापित की जा रही है। लेकिन राजस्व विभाग ने काऊ सेंचुरी में किसानों के पट्टे की भूमि भी अधिकृत कर ली है। 40 किसान ऐसे हैं जिन्हें शासन की ओर से पट्टे दिए गए थे। लेकिन उस भूमि को उनसे लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को उजाड़ कर काऊ सेंचुरी बनाना ठीक नहीं है। मीरापुर के रालोद विधायक चंदन चौहान ने कहा कि किसानों को आवारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए काऊ सेंचुरी का प्रस्ताव अच्छा है। लेकिन यदि उन्हीं की जमीन लेकर काऊ सेंचुरी बनाई जाएगी तो, किसान कहीं का भी नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि पुरकाजी खादर क्षेत्र में किसानों की भूमि छोड़कर काऊ सेंचुरी बनाई जाए।
इस मौके पर मंडल प्रभारी बनाए जाने पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष तरसपाल मलिक का स्वागत किया गया। रालोद जिलाध्यक्ष संदीप मलिक, पूर्व मंत्री योगराज सिंह, पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, विकास कादियान आदि शामिल रहे।