ग्रेटर नोएडा। रोबोटिक तकनीक यूरोलॉजी से संबंधित रोगों के इलाज में बहुत ही अच्छे बदलाव ला रही है। इस तकनीक से सर्जरी करने में और भी ज्यादा सटीकता होती है, मरीज जल्दी ठीक हो जाते हैं, और उनका इलाज बेहतर हो जाता है। ब्लैडर, किडनी और प्रोस्टेट के ट्यूमर के इलाज में इस नई तकनीक का ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है।
यूरोलॉजी में रोबोटिक्स का सबसे ज्यादा इस्तेमाल, प्रोस्टेट कैंसर के इलाज में हो रहा है। प्रोस्टेट ग्लैंड को हटाने के लिए रोबोटिक सर्जरी अब सबसे अच्छा तरीका माना जाता है। ओपन सर्जरी में बड़े चीरे लगते हैं, जिन्हें सिलना मुश्किल होता है, उससे ठीक होने में ज्यादा समय लगता है और कठिनाइयाँ बढ़ जाती हैं। ओपन सर्जरी में सटीकता कम होती है और आसपास की नसों को नुकसान भी हो सकता है। रोबोटिक सर्जरी से नसों को नुकसान कम होता है, जिससे पेशाब रोकने में और इरेक्टाइल फंक्शन में समस्या नहीं होती। इस तकनीक से कैंसर का दोबारा होने का खतरा भी कम होता है।
डॉ. देवेंद्र कुमार बब्बर, जो यथार्थ हॉस्पिटल, ग्रेटर नोएडा के यूरोलॉजी और रोबोटिक्स विभाग में कंसल्टेंट हैं, वो कहते हैं “रोबोटिक सर्जरी की सटीकता और अच्छे परिणाम मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद हैं। खासकर प्रोस्टेट कैंसर के इलाज में यह तकनीक बहुत महत्वपूर्ण है। भविष्य में, रोबोटिक तकनीक में और भी प्रगति होगी, जिससे मरीजों को और भी बेहतर इलाज मिलेगा और उनकी ठीक होने की प्रक्रिया और तेजी से होगी।”
किडनी सर्जरी में भी, रोबोटिक्स उन मरीजों के लिए फायदेमंद है जिनकी किडनी फेल हो गई है। इस तकनीक से नाजुक या खराब किडनी टिशू को ठीक से संभालने में मदद मिलती है और खून कम बहता है। रोबोटिक सिस्टम से हाई-डेफिनिशन इमेजिंग मिलती है, जिससे डॉक्टर को साफ-साफ दिखता है। मिनिमली इनवेसिव सर्जरी से मरीज को कम दर्द होता है और जल्दी ठीक हो जाते हैं।
ब्लैडर कैंसर के इलाज में भी रोबोटिक सर्जरी का इस्तेमाल बढ़ रहा है। ब्लैडर को हटाने की सर्जरी में, रोबोटिक्स से सटीकता और कम ट्रॉमा का फायदा होता है। रोबोटिक्स का इस्तेमाल कई और सर्जरी में भी होता है, जैसे एड्रिनल ग्लैंड को हटाना, पेल्विक लिम्फ नोड्स को हटाना, और यूरेटर के हिस्से को हटाना। रोबोटिक सर्जरी में सटीकता बढ़ती है, जिससे कठिन सर्जरी भी आसानी से हो जाती है। मरीज को कम समय के लिए अस्पताल में रहना पड़ता है और जल्दी से अपनी सामान्य दिनचर्या में वापस आ जाते हैं।
रोबोटिक तकनीक में लगातार सुधार हो रहा है, और इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल भी हो रहा है, जिससे सर्जरी के परिणाम और बेहतर हो रहे हैं। रोबोटिक तकनीक से सर्जन को बेहतर उपकरण मिलते हैं, जिससे इलाज में मदद करते हैं। जैसे-जैसे नई तकनीक आती रहेंगी, रोबोटिक सर्जरी का इस्तेमाल और बढ़ेगा, जिससे मरीजों को और भी अच्छा इलाज मिलेगा।