मेरठ। कांवड़ यात्रा में इस बार पहचान पत्र अनिवार्य होगा। डीजे प्रतिबंधित नहीं रहेगा, बल्कि पुलिस इसे नियंत्रित करेगी। यात्रा के दौरान कोई भी 12 फीट से ऊंची कांवड़ नहीं ला सकेगा।
चार जुलाई से दिल्ली-देहरादून हाईवे पर रूट डायवर्ट कर दिया जाएगा। 15 जुलाई को शिवरात्रि है।
रूट डायवर्जन के लिए अभी तक जो प्लान तैयार किया जा रहा है। उसके अनुसार दिल्ली-गाजियाबाद की तरफ से आने वाले भारी वाहनों को हापुड़ बाईपास से किठौर के रास्ते मुजफ्फरनगर भेजने की तैयारी है। इसी तरह हरिद्वार और देहरादून जाने वाले वाहनों को मीरापुर से गंगा बैराज और बिजनौर के रास्ते भेजा जाएगा। हालांकि यह प्लान अभी फाइनल नहीं है। स्थिति को देखते हुए इसमें बदलाव किया जा सकता है।
जगह-जगह लगेंगे पुलिस के नाके, सीसीटीवी कैमरे
कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए जगह-जगह पुलिस के नाके भी लगाए जाएंगे। जिन पर 10 से 15 पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। कुछ स्थान ऐसे भी चिन्हित किए गए हैं जहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाएं जाएंगे। जिससे असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा सके।
एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। तैयारी की जा रही है कि चार जुलाई से रूट डायवर्ट कर दिया जाए। पहले चरण में हाईवे से बड़े वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा।