इंदौर। शहर में बीते तीन दिन से चल रहे आयकर विभाग की छापामार कार्रवाई में फाइनेंस कारोबारी और दाल मिल संचालक धनसुख राज कटारिया और उनके ठिकानों शनिवार देर शाम तक की जांच में 8.5 करोड़ रुपये नकद, 15 करोड़ रुपये का सोना और 10 करोड़ रुपये से ज्यादा की हुंडियां मिली हैं। संभवत: यह अब तक सबसे बड़ी नकदी की जब्ती है।
दरअसल, इंदौर की आयकर विभाग विभाग की अगल-अलग टीमों ने बीते बुधवार को इंदौर, रतलाम और खरगोन के ठिकानों पर छामा मार कार्रवाई शुरू की थी, जो शनिवार को जारी रही। टीम ने इन ठिकानों पर गहराई से छानबीन की। कटारिया के बैंक खातों, लॉकर्स सहित करोड़ों के लेन-देन को खंगाला। यह भी पता चला है कि कटारिया और उनके भाई चेन्नई में इनकम टैक्स दाखिल करते हैं।
जानकारी के मुताबिक नकदी घर, लॉकर्स सहित अन्य ठिकानों से जब्त किए गए हैं। कटारिया का साजन नगर में दाल मिल का संचालन महज एक दिखावा है जबकि मुख्य काम करोड़ों का फाइनेंस कर तगड़ा ब्याज हासिल करना है। भाइयों का रियल एस्टेट, एग्रीकल्चर जमीन आदि का कारोबार है। अभी तक करीब 30 करोड़ रुपये तक की गडबड़ियां मिली हैं।