शामली। एक स्कूल में एक अध्यापक द्वारा छात्रा को पीटने का मामला भी धर्म के आधार पर तूल पकड़ता जा रहा है। पीटने वाला अध्यापक मुस्लिम और पिटने वाली छात्रा हिंदू होने के कारण इस मामले को भी धार्मिक रंग दिया जा रहा है। हिंदू संगठनों ने इस मामले को धार्मिक रंग देते हुए अध्यापक के खिलाफ सख्त कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दे दी है। मामला शामली क्षेत्र के हसनपुर लुहारी से जुड़ा हुआ है।
स्कूल में एक अध्यापक ने एक छात्रा के साथ मार पिटाई कर दी। अध्यापक मुस्लिम समुदाय से है जबकि छात्रा हिंदु समुदाय से है। बस इसी ने तूल पकड़ लिया, हिंदु संगठनों ने इस मामले को गंभीर बताते हुए अध्यापक के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की है और ऐसा न करने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। दरअसल स्कूल के हेड मास्टर ज़ुल्फ़िकार ने एक बच्ची के साथ मार पिटाई की, मार पिटाई ज्यादा की गई जिसको लेकर बवाल मच गया। आरोप लगा कि अध्यापक पहले भी छात्राओं के साथ मार पिटाई करते रहे हैं।
इस मामले में चूंकि पिटने वाली बच्ची हिंदु है, तो मामला और ज्यादा गर्म हो गया है। कुछ लोग इसका विरोध करने स्कूल में गए तो अध्यापक ने सीधे-सीधे उनसे भी बहस कर ली,इसको लेकर मामला और तूल पकड़ गया है। इस मामले को हिंदू संगठनों ने अब मुद्दा बना लिया है। पीड़िता की मां का कहना है कि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्कूल चलो के आह्वान पर बच्ची को स्कूल में एडमिशन दिलाया था लेकिन अध्यापक ने उसके साथ बहुत ज्यादा बदतमीजी की है जिसको लेकर वह गंभीरता से शिकायत कर रही है।
इस मामले में हिंदू संगठन भी सक्रिय हो गए हैं। हिंदू संगठनों से जुड़े स्वामी यशवीर महाराज ने एक बयान में कहा है कि शामली जनपद के गांव हसनपुर लुहारी में प्राइमरी पाठशाला में मुस्लिम अध्यापक जुल्फिकार ने हिंदू बच्ची को पीटा है और परिवार जनों के साथ दुर्व्यवहार किया है। उनका कहना है कि सुनने में आया है कि ये ज़ुल्फ़िकार जिहादी मानसिकता का है और हिंदू बच्चों को लगातार प्रताड़ित करता है।
इन्होंने मांग की है कि यदि जिला प्रशासन ने जुल्फिकार के खिलाफ तुरंत मुकदमा पंजीकृत नहीं किया और उसे बर्खास्त नहीं किया तो हम आंदोलन करेंगे और जुल्फिकार के खिलाफ निर्णायक धरना भी दिया जाएगा। बच्ची के परिवार को न्याय की मांग की गई है।