Saturday, May 11, 2024

अतीक के एक और करीबी का आशियाना मिट्टी में मिला, शूटरों ने गुजारी थी यहीं रात !

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प्रयागराज,-राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की दिनदहाड़े गोली और बम मारकर हत्या के मामले में आरोपी अतीक अहमद के एक और करीबी का मकान गुरूवार को ध्वस्त कर दिया गया।


पुलिस सूत्रों ने बताया कि अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद के करीबी सफदर अली के धूमनगंज थाना क्षेत्र के चकिया क्षेत्र में स्थित दो मंजिला मकान को जमीेंदोज कर दिया गया है। यह मकान करीब 200 वर्ग फिट में करीब तीन करोड़ रूपए से अधिक की लागत से तैयार करवाया गया था। सफदर अली पर अतीक अहमद को हथियार आपूर्ति करने का आरोप है। जानसेन गंज में सफदर अली की एस एस ए गनहाउस नाम से बंदूक की दुकान है।

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उन्होंने बताया कि सुबह करेली क्षेत्र में 60 फिट रोड स्थित सफदर अली के मकान पर कई थानों की पुलिस, प्रयागराज विकास प्राधिकरण और रेवन्यू विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। इस मकान का प्रयागराज विकास प्राधिकरण(प्रविप्रा) से नक्शा पास नहीं है। सफदर को पहले भी नोटिस भेजी गयी है लेकिन कोई जवाब नहीं मिलने पर इस कार्रवायी को अंजाम दिया गया। सबसे पहले उसके घर की बिजली काटी गयी। उसके बाद तीन बुलडोजर की मदद से मकान को ध्वस्त करने का कार्य शुरू कर दिया गया।


सूत्रों ने बताया कि उमेश पाल की हत्या में शामिल अपराधियों और उनको मदद पहुंचाने वालों के मकान ध्वस्त किए जाऐंगे। इसी कड़ी में बुधवार को विकास प्राधिकरण ने चकिया क्षेत्र स्थित बांदा निवासी अतीक के नजदीकी जफर अहमद के मकान को ध्वस्त किया था। उस मकान में अतीक की पत्नी अपने बच्चों के साथ रह रही थी।
हत्याकांड में नामजद रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से वह फरार है। उसके बाद दूसरे नजदीकी सफदर के मकान को ध्वस्त कर दिया गया।

उधर, सफदर अली का कहना है कि उसका अतीक के और उनके लोगों से कोई लेनादेना नहीं है। किसी की झूठी शिकायत पर यह कार्रवायी की गयी है। इससे पहले पीडीए ने उन्हें कोई नोटिस भी नहीं दिया। उन्होंने दावा किया उनके रजिस्टर की जांच कर ली जाए कि उन्हें कोई असलहा बेचा गया हो। यदि जांच में मिलता हो तो उनकी जुबान कलम कर ली जाय और मकान कब्जा कर लिया जाए।

घर गिराने की कार्रवाई शुरू हुई तो सफदर के बेटे और बहू अंदर घुस गए। उन्होंने बाहर निकलने से मना कर दिया। इस पर पुलिस ने अंदर जाकर सबको जबरन बाहर निकाला। इसके बाद मकान तोड़ने की कार्रवाई शुरू हुई।

पीडीए के अधिकारियों का कहना है कि मकान बिना नक्शा पास कराए बनाया गया है। इसे लेकर लगातार नोटिस दी जा रही थी, लेकिन उसका कोई जवाब नहीं दिया गया। इस पर बीती 28 फरवरी को नोटिस देकर ध्वस्तीकरण का आदेश पारित किया गया है।

बताया जाता है कि उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने के बाद शूटरों ने यहां रात गुजारी थी। अतीक अहमद गैंग के करीबी और उमेश पाल हत्याकांड में आरोपित की मदद करने वालों पर योगी सरकार का बुलडोजर कहर बनकर टूट रहा है।

वहीं सफदर ने कहा कि मेरे मकान का नक्शा पास है। गैर कानूनी तरीके से मकान गिराया गया। इस कार्रवाई के समय वहां पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही। सफदर की जानसेनगंज में असलहे की दुकान है। आरोप है कि सफदर अतीक को असलहा सप्लाई करता था। अतीक का लाइसेंसी असलहा भी सफदर के यहां रखवाया गया था।

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