सहारनपुर। पहली मेरिट में ही स्नातक प्रथम वर्ष की करीब 50 फीसदी सीटें फुल हो चुकी हैं। ऐसे में आगामी दिनों में सीटें बढ़ाने की मांग उठ सकती है। ऐसे में मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय ने स्पष्ट किया है कि यदि निजी संस्थानों के पास कक्ष, फैकल्टी और पर्याप्त संसाधन हैं और वह सीटें बढ़ाने की मांग करते हैं तो वहां सीटें बढ़ाई जा सकती हैं।
मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय से संबद्ध करीब 175 राजकीय एवं एडेड महाविद्यालयों तथा निजी संस्थानों में संचालित स्नातक प्रथम वर्ष के दाखिले की प्रक्रिया चल रही है। विश्वविद्यालय ने पहली, दूसरी और तीसरी मेरिट के साथ ही दो ओपन मेरिट जारी करने की बात कही है, लेकिन प्रवेश को लेकर अभ्यर्थियों के उत्साह के कारण पहली ही मेरिट में 50 फीसदी सीटों पर दाखिले हुए हैं।
माना जा रहा है कि तीसरी मेरिट में शत-प्रतिशत सीटें भर जाएंगी और शेष अभ्यर्थी सीटें बढ़ाने की मांग कर सकते हैं, लेकिन विश्वविद्यालय ने स्पष्ट किया है कि राजकीय और एडेड महाविद्यालयों में 33 फीसदी सीटें पहले से बढ़ाई गई हैं और वहां अब नहीं बढ़ाई जा सकती है, लेकिन यदि निजी संस्थानों के पास पर्याप्त संसाधन, कक्ष और फैकल्टी है और वह सीटें बढ़ाने के इच्छुक हैं। तो उन्हें सीटें बढ़ाने के लिए आवेदन करना होगा।
उसके बाद विश्वविद्यालय सीट बढ़ा सकता है। मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय, सहारनपुर के कुलपति, प्रो. एचएस सिंह का कहना है कि राजकीय और एडेड महाविद्यालयों में 33 फीसदी सीटें बढ़ाई गई हैं। वहां सीट बढ़ाने की और गुंजाइश नहीं है, लेकिन यदि किसी निजी संस्थान के पास संसाधन हैं और वह सीट बढ़ाने के लिए आवेदन करता है तो विश्वविद्यालय विचार करेगा।