सहारनपुर। सहारनपुर के 13 वर्षीय नव किशोर सात्विक सारस्वत ने कनाडा के अल्बर्टा राज्य के जूनियर टेनिस टूर्नामेंट में 14 वर्ष से कम आयु वर्ग में टेनिस डबल्स का खिताब जीतकर सहारनपुर को तो गौरवान्वित किया ही लेकिन साथ ही ये भी जता दिया कि प्रतिभा का जादू देश और भाषा की सीमाओं से बाहर जाकर भी सिर चढ़कर बोलता है। इस जीत में में इनका साथ कनाडा के मैथ्यू पोपा ने दिया। इन दोनों ने मिलकर ड्रेगोस अलेक्जेंडर नोआना और एटिला संजेविच को 8- 3 से परास्त करके विजय प्राप्त की।
सात्विक ने बताया कि वो 4 वर्ष की उम्र से टेनिस की विधिवत ट्रेनिंग ले रहा है और एक प्रोफेशनल टेनिस खिलाड़ी बनकर अपने शहर सहारनपुर और भारत देश का नाम रोशन करना चाहता है। वह अपनी सफलता का आधार फोकस, स्ट्रेंथ, स्टेमिना और स्मार्टनेस यानी चुस्ती को मानता है जिसका का श्रेय सात्विक अपने नाना योगगुरु पद्म श्री भारत भूषण की मोटिवेशन और अपने पिता नीरज सारस्वत की ट्रेनिंग को देता है। सात्विक की आहार विशेषज्ञ मां निष्ठा सारस्वत ने बताया कि योगाभ्यास से शक्ति पाने वाला सात्विक पूरी तरह शाकाहारी रहते हुए छह फीट कद पार कर गया है। नन्हें सात्विक द्वारा टेनिस में कनाडा के अल्बर्टा राज्य का जूनियर्स खिताब अपने नाम करने पर मोक्षायतन योगाश्रम और नेशन बिल्डर्स एकेडमी में खुशी की लहर है।
वरिष्ठ आर्किटेक्ट अमर नाथ और अधिष्ठाता एन के शर्मा ने कहा कि जिस नन्हें सात्विक को हम पेड़ पर चढ़ना और स्टेमिना के लिए कंपनी गार्डन में फावड़ा चलाना सिखा रहे थे वह हमे सात समंदर पार इतना गौरव दिलाएगा, वह भी इतनी छोटी सी उम्र में, इसकी कल्पना नहीं थी। एडवोकेट मुकेश शर्मा ने कहा कि सात्विक सारस्वत का कनाडा मे अल्बर्टा राज्य का टेनिस चैंपियन बनना सहारनपुर की नई पीढ़ी और उसे नेशन बिल्डर्स एकेडमी में दिए जा रहे संस्कारों के अंतर्राष्ट्रीय क्षितिज पर दमदार हस्ताक्षर हैं।