मुजफ्फरनगर। दिल्ली के रामलीला मैदान में जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के अधिवेशन के दौरान मौलाना अरशद मदनी द्वारा दिए गए बयान को लेकर सनातन धर्म से जुड़े साधु संत मदनी के बयान के विरोध में खड़े हो गए हैं। इसके चलते मौलाना मदनी के बयान का विरोध कर रहे योग साधना यशवीर आश्रम बघरा के महंत स्वामी यशवीर सरस्वती महाराज रविवार को अपने देवबंद दारूल उलूम मार्च के लिए जिला मुख्यालय पहुंचे।
स्वामी यशवीर ने पिछले दिनों ऐलान किया था कि अपने बयान को लेकर या तो मौलाना मदनी सनातन धर्म के लोगों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगे नहीं तो जो बयान मदनी के द्वारा दिया गया है उसको लेकर वो सबूत पेश करें, नहीं तो मौलाना मदनी को शास्त्रार्थ की उनकी चुनौती को स्वीकार करना होगा। इसके लिए उन्होंने 28 फरवरी को देवबंद मार्च का ऐलान किया था, जिसके चलते स्वामी यशवीर सरस्वती महाराज ने रविवार को शहर के शिव चौक स्थित तुलसी पार्क पहुंचकर सभी से समर्थन की अपील की।
इस दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान स्वामी यशवीर ने कहा कि वह सनातन धर्म के लोगों के साथ 28 फरवरी को राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में इकठ्ठा होकर दारुल उलूम देवबंद के लिए रवाना होंगे। उन्होंने कहा कि वह देवबंद में दारुल उलूम के द्वार पर पहुंचेंगे और वहां पर सारी व्यवस्था मौलाना मदनी को करनी होगी।
उन्होंने मौलाना अरशद मदनी को चुनौती देते हुए कहा कि वह केवल शास्त्रार्थ करने के लिए वहां पहुंचेंगे। स्वामी ने कहा कि मौलाना अरशद मदनी ने दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़े ही षडयंत्र के अन्तर्गत अपनी वाणी से सनातन धर्म के खिलाफ बोल कर सनातन धर्म का अपमान किया है।
उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्होंने मौलाना मदनी को एक पत्र लिखकर उनसे 9 सवाल किए हैं और उन 9 सवालों पर मौलाना महमूद मदनी से जवाब मांगा है।
इन सवालों में मुख्य रूप से कहा गया है कि यदि ओम और अल्लाह एक है, तो क्या आप ओम को स्वीकार करते हैं?; क्या आप मानते हैं कि आपके पूर्वज मनु महाराज थे?; आपने कहा मनु अल्लाह की इबादत करते थे। ये किस ग्रंथ में लिखा है?; क्या आपने वेदों में अल्लाह के विषय में पढ़ा है?; इस्लाम मजहब की आयु कितनी है?; इस्लाम मजहब की उत्पत्ति अरब में हुई या भारत में स्पष्ट करें?; क्या 1400 वर्ष पूर्व भी कहीं इस्लाम मजहब का वर्णन मिलता है?; क्या विश्व में इस्लाम मजहब का प्रचार प्रसार तलवार के बल पर नहीं किया गया? और क्या हमारे देश का बंटवारा मजहब के नाम पर नहीं हुआ?
स्वामी महाराज ने कहा कि मौलाना मदनी को इन सवालों का जवाब देना होगा, इसके लिए ही वो सोमवार को सवेरे राजकीय इण्टर कॉलेज के मैदान से हिन्दूवादी विचारधारा के लोगों के साथ देवबंद मार्च शुरू करेंगे।