गोरखपुर- मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन धर्म ही विश्व का एकमात्र धर्म है और बाकी सब संप्रदाय और उपासना पद्धति हैं।
ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 54वीं एवं महंत अवेद्यनाथ की नौवीं पुण्यतिथि समारोह के उपलक्ष्य में आयोजित सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ में अंतिम दिन सोमवार को श्री योगी ने कहा कि सनातन धर्म मानवता का धर्म है। यदि सनातन धर्म पर आघात होगा तो विश्व की मानवता पर संकट आ जाएगा।
उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत का सार समझने के लिए विचार में संकीर्णता नहीं होनी चाहिए। संकुचित सोच वाले विराटता का दर्शन नहीं कर सकते। इस कथा ज्ञान यज्ञ में सातों दिन पूरी तन्मयता के साथ आप सभी ने कथा का श्रवण किया। यह निश्चित ही जीवन में कुछ अच्छे परिवर्तन का कारण बनेगा। भागवत कथा तो अपरिमित है। इसे दिन या घंटों में बांधा नहीं जा सकता है। यह कथा सनातन रूप से प्रवाहित होती रहेगी और हम सभी श्रद्धालु भागवत रस का जीवन में पान करते रहे हैं।
गोरक्षपीठाधीश्वर ने कहा कि सभी भारतवासियों को गौरव की अनुभूति करनी चाहिए कि हमे भारत में जन्म मिला है। क्योंकि, भारत में जन्म लेना दुर्लभ है। और, उसमें भी मनुष्य का शरीर पाना और भी दुर्लभ है।