लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा है कि राज्य में विपक्ष के पास बयानबाजी के अलावा कुछ नहीं है। हम लोग प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी कांग्रेस की वाई-फाई बनी हुई है। उन्होंने सपा को नसीहत देते हुए कहा कि सपा को खुद सोचना चाहिए कि कांग्रेस बड़ी मछली है, कहीं छोटी मछली को खा न जाए। संजय निषाद ने लखनऊ में कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद प्रेस को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “हम महिला सशक्तिकरण के लिए 75,000 रुपये आवंटित कर रहे हैं। साथ ही हमारी कुछ योजनाएं चल रही हैं और कुछ आने वाली हैं जिससे आगे काफी लाभ होगा। किसी को कहीं जाने की जरुरत नहीं होगी।
मोबाइल के माध्यम से ही योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। 400 लोगों को स्किल डेवलपमेंट के लिए बाहर भेजा जाएगा। संजय निषाद ने आगे कहा कि मैं हर महीने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करता हूं, और बीते दिनों तीन कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण चला है। बैठक में उन्हें आगामी चुनाव के लिए दिशा-निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता अनुशासन में रहते हैं, लेकिन कभी-कभी वह इतना दुखी हो जाते हैं कि वह फेसबुक अन्य प्लेटफॉर्म पर अपनी बात लिखकर सोशल मीडिया पर वायरल कर देते हैं।
उन्होंने कहा कि किसी को घबराने की जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा, सभी लोग हमारे संपर्क में हैं। किसी को कोई परेशानी हो तो लिखकर दे। हम संबंधित अधिकारियों को लिखेंगे। अगर संबंधित अधिकारी तत्काल प्रभाव से इन्हें न्याय नहीं देता है और कार्रवाई नहीं करता है तो हम प्रभारी मंत्री व मुख्यमंत्री को पत्र लिख देंगे। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकर्ता जो हमारी व बीजेपी की विचारधारा को निचले पायदान तक ले जा रहा है, उसका सम्मान होना चाहिए। यही कार्यकर्ता जिम्मेदारी लेकर चुनाव में पार्टी पक्ष में लोगों का वोट डलवाता है। संजय निषाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय नेतृत्व का धन्यवाद किया।
उन्होंने कहा कि जब से मैं आया हूं तब से मत्स्य विभाग का बजट बढ़ाया है। गत वर्ष 1500 करोड़ रुपये था, इस साल 2352 करोड़ रुपये दिया गया है। वहीं, सीएम के साथ मुलाकात पर उन्होंने कहा कि विपक्ष मेरे मिलने जुलने को लेकर लोगों में भ्रम फैला रहा है। लोकसभा चुनाव में भ्रम फैलाकर ही उन्होंने आंशिक सफलता के साथ 43 सीट जीतने में कामयाबी हासिल की। उन्होंने कहा कि अगर मिलेंगे जुलेंगे नहीं तो समस्या का समाधान कैसे होगा। समस्या का समाधान कराने के लिए मुख्यमंत्री से तो मिलना ही होगा।