मुजफ्फरनगर – पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुख्यात माफिया संजीव जीवा की पत्नी पायल माहेश्वरी को सुप्रीम कोर्ट से कोई राहत नहीं मिली है। सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार ने कहा है कि यदि पायल माहेश्वरी, संजीव जीवा के अंतिम संस्कार में शामिल होती तो उसे गिरफ्तार नहीं करते लेकिन वह गिरोह चलाती है इसलिए कोई राहत दी जानी संभव नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट को जवाब देते हुए यूपी सरकार ने कहा कि गैंगस्टर संजीव जीवा का कल अंतिम संस्कार कर दिया गया है। सरकार ने बताया कि परिवार को सूचना दे दी गई थी कि उसकी पत्नी को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। फिर भी वह वहां मौजूद नहीं रही। गैंगस्टर के बेटे ने जीवा का अंतिम संस्कार किया।
सरकारी वकील ने कहा कि जीवा की पत्नी गैंग चलाती है, इसलिए उसे कोई राहत नहीं मिलनी चाहिए। वकील ने कहा कि पुलिस के भरोसा दिलाने के बाद भी वो कल दाह संस्कार में शामिल नहीं हुई।
लखनऊ कोर्ट में हुई गैंगस्टर संजीव जीवा की हत्या के बाद उसकी पत्नी पायल माहेश्वरी सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी। जीवा की पत्नी ने अपनी गिरफ्तारी से संरक्षण की मांग की थी, उसने पति के अंतिम संस्कार में शामिल होने की इजाजत मांगी थी। जीवा की पत्नी ने कहा था कि उसके पति की तरह उसकी भी हत्या कराई जा सकती है इसलिए मुझे गिरफ्तार ना किया जाए। पायल पर मुज़फ्फरनगर में गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज है और पायल उस मामले में फरार चल रही है।
इसी बीच जीवा हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस को कई बड़ी जानकारी मिलने की बात सामने आई है। जानकारी के अनुसार, हत्यारे विजय यादव को जीवा को मारने के लिए रुपये देने का लालच दिया गया था। हालांकि, पुलिस ने अभी ये साफ नहीं किया है कि जीवा की हत्या के लिए विजय से किसने संपर्क किया था। पुलिस के अनुसार, हत्यारे विजय ने जीवा को मारने से आधे घंटे पहले ही अपना मोबाइल फॉर्मेट कर दिया था। जानकारी के अनुसार, विजय पहले भी वाट्सएप कॉलिंग से अपने साथियों से बातचीत करता था।