नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की तबीयत अचानक बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनके खिलाफ CBI की चार्जशीट दाखिल होने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर ये अपडेट दिया।
उन्होंने लिखा,
“मैं अस्पताल में भर्ती हूं, हालत बहुत खराब है। किसी से बात करने की स्थिति में नहीं हूं। शुभचिंतकों के फोन आ रहे हैं लेकिन मैं जवाब नहीं दे पा रहा।”
मलिक के स्वास्थ्य को देखते हुए उनके समर्थकों में चिंता का माहौल है। उनका इलाज फिलहाल दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहा है।
चार्जशीट में नाम, भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप
CBI ने गुरुवार को सत्यपाल मलिक और पांच अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। यह मामला जम्मू-कश्मीर के किरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट से जुड़ा है, जिसमें ₹2,200 करोड़ के सिविल वर्क्स कॉन्ट्रैक्ट में कथित अनियमितताएं सामने आई थीं।
CBI की चार्जशीट में सत्यपाल मलिक समेत नवीन कुमार चौधरी (पूर्व चेयरमैन, CVPPPL), एम. एस. बाबू (पूर्व प्रबंध निदेशक), एम. के. मित्तल (निदेशक), अरुण कुमार मिश्रा (निदेशक) और पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड (ठेका प्राप्त कंपनी) के नाम शामिल हैं।
क्या है किरू प्रोजेक्ट घोटाला?
किरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में चिनाब नदी पर बन रहा है, जिसकी कुल लागत ₹4,287 करोड़ है। इसमें से ₹2,200 करोड़ का ठेका वर्ष 2019 में एक निजी कंपनी को दिया गया। CBI का आरोप है कि इस ठेके की प्रक्रिया में ई-टेंडरिंग और रिवर्स ऑक्शन जैसी पारदर्शी विधियों को दरकिनार किया गया।
छापेमारी और सबूत
CBI ने इस मामले में दिल्ली, मुंबई, श्रीनगर, जयपुर, पटना, नोएडा, चंडीगढ़ समेत 30 स्थानों पर छापेमारी की थी। इन छापों में नकद, निवेश से जुड़े दस्तावेज, संपत्ति रिकॉर्ड और डिजिटल साक्ष्य बरामद किए गए।
2021 में मलिक ने लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप
17 अक्टूबर 2021 को राजस्थान के झुंझुनू में एक कार्यक्रम के दौरान मलिक ने दावा किया था कि उन्हें जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल रहते हुए दो प्रोजेक्ट फाइलों के लिए 300 करोड़ रुपये की रिश्वत का ऑफर दिया गया था। इनमें एक बड़ी कंपनी और दूसरी एक राजनीतिक मंत्री से जुड़ी थी।
“कुर्ता-पायजामा” और किसानों के पक्ष में बयान
इससे पहले, जब CBI ने 2024 में उनके दिल्ली स्थित आवास पर छापा मारा था, तो मलिक ने कहा था:
“CBI ने मेरे घर छापा मारा, लेकिन जिन लोगों के खिलाफ मैंने भ्रष्टाचार की शिकायत की थी, उनकी जांच नहीं हुई। उन्हें मेरे पास 4-5 कुर्ता-पायजामा ही मिलेंगे। मैं किसान का बेटा हूं, डरूंगा नहीं।”
CBI की दो FIR
CBI ने इस मामले में दो एफआईआर दर्ज की हैं। पहली FIR में जम्मू-कश्मीर कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना में ₹60 करोड़ की रिश्वत का आरोप है और दूसरी FIR में किरू हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट में ₹2,200 करोड़ के कॉन्ट्रैक्ट को लेकर भ्रष्टाचार का मामला उजागर किया गया है।
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की खराब तबीयत और उनके खिलाफ CBI की यह बड़ी कार्रवाई, राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि इस मामले में कानूनी प्रक्रिया किस दिशा में जाती है।