वाशिंगटन। साइबर अपराध की दुनिया में राइसिडा के नाम से कुख्यात रैनसमवेयर गिरोह को टैकोमा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कंपनी सी-टैक ने 100 बिटकॉइन की फिरौती देने से इनकार कर दिया है। यह रकम भारतीय मुद्रा में लगभग 50 करोड़ रुपये होती है। राइसिडा ने अप्रैल में साइबर अटैक कर एयरपोर्ट का महत्वपूर्ण डेटा चुरा लिया है।
द सिएटल टाइम्स की खबर के अनुसार, अमेरिकी सीनेट की वाणिज्य, विज्ञान और परिवहन समिति को बुधवार सुबह हुई सुनवाई में सी-टैक ने यह जानकारी दी। एयरपोर्ट के प्रबंध निदेशक लांस लिटल ने कहा कि अगस्त में हुए साइबर अटैक की आंतरिक जांच चल रही है। अब तक की जांच में यह साफ हो गया है कि इस साइबर अटैक में राइसिडा का हाथ है। मगर यह यह स्पष्ट नहीं है कि राइसिडा ने कितना डेटा चुराया है। राइसिडा इसके लिए 100 बिटकॉइन (लगभग 6 मिलियन डॉलर) की फिरौती मांग रहा है।
लिटल ने कहा कि सोमवार को राइसिडा ने अपनी डार्कनेट लीक साइट पर सिएटल पोर्ट सिस्टम से चुराई गई आठ फाइलों की एक प्रति पोस्ट की है। एयरपोर्ट की संचालनकर्ता और मालिक कंपनी सी-टैक ने फिरौती न देने का फैसला किया है। फिलहाल आठों फाइलों की समीक्षा की जा रही है। अभी तक स्पष्ट नहीं है कि रैनसमवेयर समूह ने कुल कितना डेटा एक्सेस किया। इस बीच, सी-टैक के प्रवक्ता पेरी कूपर ने फिरौती मांगने की पुष्टि की है।
ऑस्ट्रेलियाई साइबर सुरक्षा समाचार आउटलेट साइबर डेली ने कहा है कि राइसिडा ने एयरपोर्ट का एक विस्तृत नक्शा भी पोस्ट किया है। साइबर डेली की रिपोर्ट के अनुसार, राइसिडा ने डेटा को नीलामी के लिए रखा है। नीलामी का अंतिम दिन सोमवार तय किया गया है। उल्लेखनीय है कि टैकोमा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट उत्तरी अमेरिका का आठवां सबसे बड़ा एयरपोर्ट है। यह अलास्का एयरलाइंस और डेल्टा एयर लाइंस दोनों के लिए एक हब के रूप में काम करता है।