शामली। देश के प्रधानमंत्री द्वारा जहां वीआईपी लोगों की लाल बत्तियां को हटाकर व पुलिस और एंबुलेंस को छोड़कर सभी अधिकारियों की भी नीली लाल बत्ती ( वीआईपी लेवल) हटाने के आदेश जारी किए थे। लेकिन शामली जनपद में प्रधानमंत्री के आदेश व ट्रैफिक नियमों के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जाती है। जहां अधिकारी अपनी मर्जी से अपनी सरकारी और प्राइवेट गाड़ियों पर अपनी मर्जी अनुसार नीली लाल बत्ती लगाकर आम जनमानस व जूनियर अधिकारियों पर रॉब चलाते हैं। वहीं अधिकारी सरकारी गाड़ियों पर ओर अपने निजी स्वार्थ के लिए अपनी निजी गाड़ियों पर भी बत्ती लगाने का मामला सामने आया है।
आपको बता दें कि कुछ वर्ष पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीआईपी कल्चर को खत्म कर पुलिस और एंबुलेंस से को छोड़कर सभी की नीली और लाल बत्तियां की गाड़ियो से हटाने के आदेश दिए थे। लेकिन गाड़ियों से नीली लाल बत्ती हटाने के आदेश के होने के बावजूद भी जनपद में आदत दर्जन से ज्यादा भी भाग्य अधिकारी जबरदस्ती अपनी गाड़ियों पर नीली लाल बत्ती लगाए फिरते हैं। जहां आधा दर्जन से ज्यादा अधिकारियों ने सरकारी गाड़ियों पर तो वहीं कुछ अधिकारियों ने अपनी प्राइवेट गाड़ियों पर भी नीली लाल बत्ती लगाई हुई है। वही थाना भवन थाना में शामली नायब तहसीलदार मिस्टर रविंद्र सिंह पहुंचे। जहां उन्होंने अपनी प्राइवेट गाड़ी पर नीली बत्ती लगाई हुई थी। उक्त मामले में जब उनसे बात करने की कोशिश की गई तो वह कैमरे से बचते हुए नजर आए।
वही अब अधिकारियों की नीली लाल बत्ती लगी गाड़ियां अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है। वहीं उक्त मामले में कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहा है।