मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने धुले में रविवार को कहा कि लाडली बहनों की सुरक्षा अति आवश्यक है। राज्य सरकार ने सिर्फ वोट के लालच में लाडली बहनों को 1500 रुपये देने की घोषणा की है, जबकि महाराष्ट्र ही नहीं, देश में लाडली बहनों की सुरक्षा अधर में है। शरद पवार ने सरकार पर सत्ता के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया है।
शरद पवार ने शिंदखेड़ा में किसानों की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब वे दस साल तक कृषि विभाग में कार्यरत थे, तब देश खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर था। शरद पवार ने कहा कि आज के शासकों को खेती में कोई दिलचस्पी नहीं है, इसीलिए कृषि संबंधी नीतियां लागू नहीं की जातीं। प्याज से जुड़ा एक उदाहरण सामने है। केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर रोक लगा दी थी। प्याज का दाम नहीं मिला। प्याज उत्पादक किसानों ने बड़ी मुश्किल से प्याज की फसल काटी। इसके बाद निर्यात पर रोक लगा दी गई। गेहूं, चावल पर प्रतिबंध लगाया, जिसका मतलब है कि आप जो उगाते हैं उस पर निर्यात प्रतिबंध। मैंने कृषि क्षेत्र में 10 साल तक जो काम किया, उसके कारण भारत दुनिया में सबसे ज्यादा चावल उगाने वाले देश में नंबर एक स्थान पर पहुंच गया।
शरद पवार ने कहा कि अब गुंडई का राज शुरू हो गया है। सत्ता का दुरुपयोग शुरू हो गया है। इस सरकार ने न तो कारखानों के लिए काम किया और न ही सहकारिता आंदोलन के लिए। रोजगार नहीं दिया। पिछले 20 वर्षों में कोई विकास नहीं हुआ है। ये सरकार बहनों को 1500 हजार रुपये देने जा रही है। लेकिन बहनों की लाज बचानी है। शरद पवार ने कहा कि बहनों का सम्मान बरकरार रहना चाहिए और सरकार इस पर ध्यान नहीं दे रही है। शरद पवार ने इस सरकार को हटाने की अपील किसानों की सभा में की।