Friday, May 10, 2024

अयोध्या आने वाले एक लाख श्रद्धालुओं को भोजन कराएगा श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र

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नयी दिल्ली – अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के अगले वर्ष के प्रारंभ में होने वाले प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम में आने वाले रामभक्त श्रद्धालुओं को करीब एक माह तक न्यास की ओर से निशुल्क भोजन की व्यवस्था की जाएगी और मंदिर में प्रतिदिन एक लाख से अधिक यात्री श्री रामलला के दर्शन कर सकेंगे।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चंपत राय ने बुधवार को यहां पत्रकारों से अनौपचारिक चर्चा में बताया कि जनवरी 2024 में श्री रामलला की जन्मभूमि पर स्थापना एवं प्राणप्रतिष्ठा के अवसर पर एक माह तक तीर्थक्षेत्र की ओर से प्रतिदिन 75 हजार से एक लाख श्रद्धालुओं की क्षुधापूर्ति, रात्रिविश्राम एवं शौचालय आदि की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए अयोध्या में 15 से अधिक स्थानों पर तीर्थक्षेत्र के केन्द्र बनाये जाएंगे।

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श्री राय ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि जनवरी में प्राणप्रतिष्ठा के कार्यक्रम के लिए एक निश्चित तिथि तय करने के लिए उच्च स्तर पर विचार मंथन चल रहा है। यह तिथि अगले वर्ष 16 जनवरी से 24 से जनवरी के मध्य होगी। उन्होंने कहा कि मुख्य कार्यक्रम को गैर राजनीतिक रखा जाएगा और इसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं एवं अन्य अतिथियों को भी आमंत्रित किया जाएगा, बशर्ते उनके आने की मंशा हो। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में कोई मंच नहीं होगा और न ही अयोध्या में कोई जनसभा आयोजित की जाएगी। अतिथियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उपलब्ध अधिकतम स्थान में पांच हजार से अधिक अतिथि नहीं आ सकते हैं।

उन्होंने मंदिर के निर्माण एवं क्षमता विशेषकर श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या बारे में पूछे जाने पर कहा कि मंदिर के गर्भगृह में पुजारी के अलावा अन्य किसी को भी जाने की अनुमति नहीं होगी। जन्मभूमि पर श्री रामलला की पांच वर्ष के बालक के रूप में प्रतिमा नेपाल से आयी शिला पर उकेरी जा रही है, जो चरण से लेकर मस्तिष्क पर आज्ञाचक्र तक 51 इंच यानी पूरी प्रतिमा करीब 55-56 इंच की होगी। इसे आधार अवस्थान एवं उस पर बने कमल के पुष्प पर इस प्रकार से स्थापित किया जाएगा कि श्री रामलला का चेहरा विशेष रूप से नेत्रों के बीच का स्थान ज़मीन से आठ फुट सात इंच की ऊंचाई पर हो। इससे श्री रामनवमी के दिन सूर्य की किरणें श्री रामलला के चेहरे पर पड़ेंगी।

श्री राय ने कहा कि अयोध्या के हवाईअड्डा के भी इसी वर्ष अक्टूबर में चालू हो जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि अनुमान है कि श्री राम जन्मभूमि मंदिर के बन जाने के बाद नगर में प्रतिदिन एक से डेढ़ लाख लोग दर्शनों के लिए आया करेेंगे। श्रद्धालुओं को श्री रामलला के दर्शन करीब 35 फुट की दूरी से हुआ करेंगे। इसके लिए मुख्य मंडप में चार पँक्तियां इस प्रकार से बनायी जाएंगी कि लोग आगे बढ़ते हुए दर्शन करेंगे और प्रतिमा से 35 फुट दूरी पर रास्ता मुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को प्रसाद आदि चढ़ाने की अनुमति नहीं रहेगी। दर्शन करके बाहर आने पर श्रद्धालुओं को बंद पैकेट में प्रसाद दिया जाएगा।

 

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