मुजफ्फरनगर। संकीर्तन भवन नई मण्डी मे चल रही श्री मद भगवद ज्ञान सप्ताह के छठे दिन व्यास पीठ से आचार्य वेद प्रकाश शुक्ल जी ने कथा को विस्तार देते हुए गोपी गीत के माध्यम से बताया की स्वर्ग अमृत पान से जीव के सकल पुण्य समाप्त हो जाते है जबकि कथा अमृत पान करने से जीव के समस्त पाप नष्ट हो जाते है।
अत:कथा अमृत पान सर्वश्रेठ है।कथा हाल भक्त जनों से खचाखच भरा रहने से कथा रस का आनन्द खूब बरसा।कथा प्रसंग के आज के विषय कृष्ण जी के मथुरा आगमन कंस वध के बाद प्रभु के उपनयन संस्कार विद्या अध्यन ऊधो गोपी प्रसंग और भ्रमर गीत के पश्चात प्रमुख प्रसंग रुक्मणी मंगल के वर्णन के पश्चात आज की कथा का विश्राम हुआ।