बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने बुधवार को कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार के तहत उन अधिकारियों के लिए कोई जगह नहीं है जो संविधान और धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध नहीं हैं।
यहां जिला प्रभारी सचिवों की पहली बैठक को संबोधित करते हुए सीएम सिद्दारमैया ने कहा, “अधिकारियों को संविधान और धर्मनिरपेक्षता के प्रति प्रतिबद्ध होना चाहिए। यदि वे प्रतिबद्ध नहीं हैं, तो हमारी सरकार में उनके लिए कोई जगह नहीं है।”
उन्होंने अधिकारियों से कहा, “आपका अनुभव जिला अधिकारियों के काम आना चाहिए। आपको जिला स्तर के अधिकारियों को त्वरित निर्णय लेने में सहायता करने के लिए नियुक्त किया गया है, ताकि सरकार के कार्यक्रम और योजनाएं लोगों तक पहुंच सकें।”
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गारंटी योजनाएं गरीबों के लिए कार्यक्रम हैं और उन्हें किसी भी कीमत पर बंद नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य में हर जिले के लिए जिला प्रभारी सचिव नियुक्त किए गए हैं और उनके काम का सत्यापन किया गया है।
राज्य में साइन बोर्डों पर कन्नड़ भाषा को प्रमुखता से प्रदर्शित करना अनिवार्य बनाने वाले अध्यादेश को खारिज करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सिद्दारमैया ने कहा कि उनकी सरकार इस संबंध में विधानसभा में एक विधेयक लाएगी।