देवबंद (सहारनपुर)। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की राज्य/ प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) परीक्षा 2023 के टाॅपर देवबंद निवासी सिद्धार्थ गुप्ता का कहना है कि सिविल सेवा में जाने का जुनुन और देश सेवा के जज्बे ने उन्हे इस प्रतिष्ठित सेवा में काम करने का अवसर दिया।
सिद्धार्थ ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में बुधवार को कहा कि वह दो साल पहले यूपीएससी में इंटव्यू में सफल नहीं हो पाए थे लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और वर्ष 2023 की पीसीएस परीक्षा में बैठे। मंगलवार को आए परिणाम में सर्वोच्च स्थान देखकर उन्हें भरोसा नहीं हुआ। वह सफल होने को लेकर तो पूरी तरह आशान्वित थे लेकिन सर्वोच्च स्थान पाने की उम्मीद नहीं थी।
देवबंद के एमबीडी चौक पर किराना व्यवसायी राजेश गुप्ता के होनहार सुपुत्र सिद्धार्थ ने कहा कि उनकी बचपन से ही सिविल सेवा में आने और देशसेवा करने की आकांक्षा थी, उसमें उन्हें अब पहला मुकाम हासिल हुआ।
अग्रसैन विहार कालौनी स्थित अपने पिता राजेश गुप्ता और माता अंजना गुप्ता के साथ बैठे सिद्धार्थ पिछले वर्ष नायब तहसीलदार बने थे और वर्तमान में बिजनौर जिले में राजस्व निरीक्षक और लेखपाल प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण दे रहे थे। वर्ष 2021 में वह यूपीएससी की परीक्षा में इंटरव्यू में सफल नहीं हो पाए थे। वर्ष 2020 में वह पहली बार यूपीएससी परीक्षा में बैठे थे। तब वह प्राथमिक परीक्षा में सफल रहे थे लेकिन लिखित परीक्षा में उत्र्तीण नहीं हो पाए थे। अब वह 2024 में फिर से यूपीएससी की परीक्षा में बैठेंगे। उनका इरादा आईएएस बनने का ही है।
सिद्धार्थ ने देवबंद के प्रतिष्ठित दून वैली पब्लिक स्कूल में सीबीएसई की इंटर परीक्षा में 95.81 फीसद अंक पाए थे। सिद्धार्थ ने 2018 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंसराज कालेज से फ्रस्ट ग्रेड के साथ ग्रेजुएशन किया था। दो बहनों से छोटे सिद्धार्थ की बडी बहन डा. नेहा गुप्ता दिल्ली के कैलाश दीपक हाॅस्पिटल में कार्डियोलोजिस्ट है। सिद्धार्थ गुप्ता को बधाई देने वालो का तांता लगा हुआ हे। उनके यहां खुशी का माहौल है। उन्हें बधाई देने वालो में पालिका चेयरमैन विपिन गर्ग, भाजपा के नगराध्यक्ष अरूण गुप्ता, दूनवैली पब्लिक स्कूल के चेयरमैन राजकिशेर गुप्ता आदि प्रमुख है।