नई दिल्ली। अमेरिकी बिजनेस मैगजीन फोर्ब्स ने वर्ष 2024 के लिए दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची जारी की है। फोर्ब्स की 21वीं सूची में तीन भारतीय महिलाओं के नाम हैं, जिसमें निर्मला सीतारमण, रोशनी नादर मल्होत्रा और किरण मजूमदार-शॉ हैं। सूची में उद्योग, मनोरंजन, राजनीतिक, समाज सेवा और नीति नियंताओं के नाम शामिल हैं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण फोर्ब्स की इस सूची में 28वें स्थान पर हैं। सीतारमण ने मई 2019 में केंद्रीय वित्त मंत्री का पद संभाला था और उसके बाद से लगातार इस अहम पद पर बनी हुई हैं। निर्मला सीतारमण पर भारत के तेज आर्थिक विकास को बनाए रखने की जिम्मेदारी है और उनके नेतृत्व में भारत पांच खरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। सीतारमण महिला सशक्तिकरण को लेकर मुखर रही हैं। वह राजनीति में आने से पहले ब्रिटेन की एग्रीकल्चर इंजीनियर्स एसोसिएशन और बीबीसी वर्ल्ड के साथ जुड़ी रहीं।
रोशनी नदार मल्होत्रा
दिग्गज भारतीय बहुराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज की चेयरपर्सन और एचसीएल कॉर्पोरेशन की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रोशनी नदार मल्होत्रा को फोर्ब्स ने दुनिया की सबसे ताकतवर महिलाओं की इस सूची में 81वां स्थान दिया है। रोशनी नदार 12 अरब डॉलर की कंपनी के रणनीतिक फैसले लेती हैं। वह शिव नदार फाउंडेशन की भी ट्रस्टी हैं। इसके जरिए वो शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रही हैं। रोशनी नदार ने द हैबीटेटस ट्रस्ट की स्थापना की, जो प्राकृतिक संरक्षण के लिए काम करती है।
किरन मजूमदार शॉ
किरन मजूमदार शॉ को फोर्ब्स की दुनिया की सबसे ताकतवर महिलाओं की 21वीं सूची में 82वां स्थान दिया गया है। किरन मजूमदार बायोटेक कंपनी बायोकॉन की संस्थापक और चेयरपर्सन हैं। बायोकॉन की अमेरिका, एशिया के विभिन्न बाजारों समेत दुनियाभर में पहुंच है। किरन मजूमदार शॉ भारत के सबसे सफल उद्योगपतियों में शामिल हैं। साल 2019 में किरन मजूमदार और उनके पति जॉन शॉ ने यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लोसगो में कैंसर रिसर्च के लिए 75 लाख डॉलर का दान दिया था। शॉ की कंपनी कोरोना वायरस की एंटीबॉडी थेरेपी के लिए भी काम कर रही है।
फोर्ब्स अमेरिकी बिजनेस मैगजीन है। यह व्यापार, निवेश, प्रौद्योगिकी, उद्यमिता, नेतृत्व और जीवनशैली विषयों पर ध्यान केंद्रित करती है। यह प्रत्रिका दुनियाभरा के उद्योग, मनोरंजन, राजनीतिक, समाज सेवा और नीति नियंताओं के कार्य के आधार पर उनका मूल्यांकन और रैंकिंग प्रदान करती है।