मुजफ्फरनगर। प्रति वर्ष की भांति श्रवण मास की पूर्णिमा पर अलमासपुर चौराहे परिस्थिति जाहरवीर गोगा म्हाड़ी पर लगने वाला तीन दिवसीय छडिय़ों के मेले का उत्तर प्रदेश के मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने अलमासपुर चौराहे पर स्थित जाहरवीर गोगा म्हारी पर पहुंचकर उद्घाटन किया। इस अवसर पर कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने फीता काट कर विधिवत रूप से मेले का शुभारंभ किया।
कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने गोगा जी महाराज का आशीर्वाद लेते हुए बताया कि वह बचपन से गोगा महाराज के छड़ियों का मेला देखते आ रहे हैं और आज उन्हें गोगा जी महाराज के आशीर्वाद पाने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि पूरे भारतवर्ष में परंपरागत रूप से श्रवण मास में मेले का आयोजन किया जाता है। सनातन धर्म में इस मेले की बहुत विशेषता और महत्व का बताई गई है। मैं बड़ा सौभाग्यशाली हूं, जो आज मुझे इस मेले के उद्घाटन करने का अवसर मिला है।
इस अवसर पर अलमासपुर स्थित गोगाजी महाराज महाडी के सेवादार सुभाष भगत, कार्तिक, कृष डॉक्टर पुष्पेंद्र त्यागी, संजय उपाध्याय, योगेश त्यागी, वरुण शर्मा, नरेश कुमार, आदि उपस्थित रहे। जाहरवीर गोगा का जन्म राजस्थान के चुरू के ददरेहड़ा ग्राम में हुआ था। इनके पिता का नाम राजा जेवर सिंह तथा माता का नाम बाछल था। इनको जाहरवीर दीवान या जाहर वीर गोगा चौहान महाराज के नाम से भी जाना जाता है। गोरख गद्दी व म्हाड़ी आज भी बीकानेर के बागड़ में स्थित है।
कई वर्ष पूर्व मुजफ्फरनगर के अलमासपुर चौराहे पर जाहरवीर गोगा जी महाराज की म्हाड़ी स्थापित की गई थी। म्हाड़ी के बारे में पूर्ण इतिहास नही मिलता है, जब से म्हाड़ी की स्थापित हुई है तभी से मेला गुघाल लगाने की परंपरा चली आ रही है। वर्षो से जनपद के कोने कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां शीश नवाने तथा मन्नतें मांगने प्रतिवर्ष आते है तथा मन्नतें पूरी होने पर निशान चढ़ाना परंपरा में शामिल है।
मुजफ्फरनगर के अलमासपुर चौराहे परिस्थिति जाहरवीर गोगा महाराज के छडयो वाले मेले में जहां दूरदराज से आए दुकानदारों ने अपनी दुकानें लगाई है वही इस मेले में प्रसाद की दुकानों के साथ-साथ खेल खिलौनों की दुकान और झूले लगाए गए हैं। तीन दिवसीय इस छडीयो वाले मेले का शनिवार सुबह विशाल भंडारे का आयोजन कर समापन किया जाएगा।