मेरठ। सोलर सिटी कार्यक्रम में नगर निगम मेरठ को सोलर सिटी घोषित किया है। नगर निगम क्षेत्र की कुल विद्युत खपत का 10 प्रतिशत सौर ऊर्जा के माध्यम से लेना है। इसके लिए सरकारी भवनों, पार्कों और मुख्य मार्गां पर सोलर संयत्रों की स्थापना कराई जाएगी। वर्तमान में नगर निगम क्षेत्र में 460 सोलर स्ट्रीट लाइट और 18 सोलर हाई मास्ट लाइट लगाई जाएंगी। 160 सोलर स्ट्रीट लाइट मिली हैं, जिन्हें लगाया जा रहा है।
परियोजना प्रभारी यूपीनेडा प्रमोद शर्मा ने बताया कि पीएम कुसुम योजना सी-1 में किसानों के निजी नलकूपों का 90 प्रतिशत अनुदान पर सोलराइजेशन किया जाएगा। इस योजना में 22 किसानों का चयन यूपी नेडा मुख्यालय स्तर से किया गया है। चयनित किसानों द्वारा निर्धारित 10 प्रतिशत अंशदान जमा करा दिया गया है, अन्य कृषक ऑनलाइन आवेदन करते हुए योजना का लाभ ले सकते हैं। इस वित्तीय वर्ष में दो हजार कृषकों को लाभ दिया जाना है। उन्होंने बताया कि सोलर स्ट्रीट लाइट कार्यक्रम में जनपद में पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण बाजार योजनान्तर्गत 13 गांवों में 139 एवं बाबू कल्याण सिंह ग्राम उन्नति योजना के अन्तर्गत 20 ग्रामों में 200 सोलर लाइट लगाई गई हैं।
इसके अलावा घरेलू बायो गैस संयत्र में दो से चार अथवा अधिक पशु रखने वाले कृषक दो घन मीटर क्षमता से 25 घन मीटर क्षमता के बायो गैस संयत्र की स्थापना अपने निजी उपयोग के लिए करा सकते हैं। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति को 22,000 से 70,400 रुपये तक एवं अन्य को 14,350 से 52,800 रुपये तक का अनुदान मिलेगा। योजना का लाभ प्रथम आओ प्रथम पाओ दिया जा रहा है। डेयरी एवं अन्य उद्योगों द्वारा बायो गैस सयंत्र की स्थापना उपरांत पॉवर जनेरेशन पर 35,000 रुपये प्रति किलोवॉट से 45,000 प्रति किलो वॉट तक का अनुदान डयूल-फ्यूल जेनरेटर उपयोग करने दिया जाएगा।