मेरठ। मवाना तहसील में एसडीएम कार्यालय के बाहर शुक्रवार को आत्मदाह करने वाले किसान का बेटा शनिवार को मोबाइल टावर पर चढ़ गया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी गांव में पहुंचे और परिजनों से बातचीत की। प्रदेश के जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने गांव जाकर परिजनों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
मवाना तहसील क्षेत्र के अलीपुर मोरना गांव निवासी किसान जगवीर ने शुक्रवार को मवाना तहसील में एसडीएम कार्यालय के बाहर आत्मदाह कर लिया था। उसे 70 प्रतिशत जली हुई हालत में मेरठ के न्यूटिमा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसने वन विभाग पर अपनी गेहूं की फसल जोतने का आरोप लगाया था। गौरतलब है कि गुरुवार को वन विभाग ने अलीपुर मोरना गांव में अपनी जमीन पर अवैध कब्जा बताकर गेहूं की फसल को उजाड़ दिया था। जबकि जगवीर इस जमीन को अपनी बता रहा है।
प्रदेश के जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक और जिलाधिकारी दीपक मीणा ने अस्पताल में भर्ती किसान का हालचाल जाना। जिलाधिकारी ने पूरे मामले की जांच के लिए एडीएम प्रशासन अमित कुमार और एसपी देहात कमलेश बहादुर की दो सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। यह समिति 48 घंटे में अपनी रिपोर्ट देगी। इस घटना से गांव में आक्रोश व्याप्त है। शनिवार को राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने पीड़ित परिवार के पास जाकर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया और कुछ आर्थिक सहायता भी की। अपने पिता के आत्मदाह से नाराज उसका छोटा बेटा आकाश गांव में लगे मोबाइल टावर पर चढ़ गया। उसने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने उसे काफी समझाया। इसके बाद वह नीचे उतरा।
एडीएम प्रशासन अमित कुमार, एसपी देहात कमलेश बहादुर, एसडीएम मवाना अखिलेश यादव, सीओ मवाना आशीष शर्मा अलीपुर मोरना गांव में ग्रामीणों के बीच पहुंचे। आक्रोशित ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर तहसील जाने की तैयारी कर ली। अधिकारियों ने ग्रामीणों को निष्पक्ष जांच कराने और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने न्यूटिमा अस्पताल के प्रबंधक डॉ. संदीप गर्ग से अस्पताल में भर्ती जगबीर के बारे में जानकारी ली। राज्य मंत्री कहा कि इस मामले में जगबीर की हरसंभव मदद की जा रही है। अगर वन विभाग के अधिकारी दोषी है तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।