ग्रेटर नोएडा। समाजवादी पार्टी के 12 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने आज लुक्सर जेल में बंद 33 किसानों से मुलाकात की। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बारह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल गठित किया था, जिसमें प्रमुख रुप से पूर्व सांसद एवं राष्ट्रीय महासचिव हरेंद्र मलिक, विधायक अतुल प्रधान, विधायक पंकज पटेल, विधायक सचिन यादव, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी, के अलावा सुनील चौधरी, फकीर चन्द नागर, इन्द्रजीत भाटी, महेन्द्र यादव, डा. शालिनी राकेश, सुधीर भाटी तथा डा. आश्रय गुप्ता को शामिल किया गया था। प्रतिनिधिमंडल आज सुबह को जेल पर पहुंचा तथा जेल में बंद किसानों से बातचीत की, जेल में बंद किसानों ने उनके ऊपर हुए अत्याचार और ज्यादती के बारे में प्रतिनिधिमंडल को अवगत कराया।
सपा के प्रतिनिधिमंडल पर द्वारा जेल में जाकर मुलाकात करने की सूचना के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मचा रहा। जेल परिसर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। पुलिस के अधिकारी रात से ही इस प्रयास में रहे कि सपा के नेताओं को उनके घर पर ही रोक लिया जाए। सपा के नेताओं के साथ मान -मनोवल भी पूरी रात चली है। इसके बावजूद भी सभा का प्रतिनिधिमंडल जेल पहुंचा।
जेल में बंद कैदियों से मिलने के बाद सपा नेताओं ने कहा कि किसानों के साथ काफी अत्याचार हो रहा है। उनका आरोप है कि भाजपा सरकार में किसानों का जमकर उत्पीड़न हो रहा है। अपनी जायज मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों को के खिलाफ जबरन मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया है। प्रतिनिधिमंडल के लोगों कहना है कि वे किसानों के साथ हैं, तथा उनके हर संघर्ष में उनका साथ देंगे। प्रतिनिधिमंडल के लोगों ने कहा कि वे किसानों से हुई बातचीत का पूरा ब्यौरा राष्ट्रीय अध्यक्ष को देंगे। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के आदेशानुसार आगे की रणनीति तय की जाएगी।