वाराणसी। अच्छी सेहत और सुडौल शरीर की चाहत में युवाओं की पसंद “गुड हेल्थ कैप्सूल” (आयुर्वेदिक औषधि) जीवन के लिए खतरा है। औषधि परीक्षण के उपरान्त इसमें स्टेरॉइड्स की मात्रा पायी गयी। इसे देखते हुए कैप्सूल की बिक्री पर रोक लगाई गई है।
बुधवार को क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ भावना द्विवेदी ने दवा के दुकानदारों को चेतावनी दी है कि अगर किसी मेडिकल स्टोर पर “गुड हेल्थ कैप्सूल” (आयुर्वेदिक औषधि) की ब्रिकी हो रही है तो उसे तत्काल प्रभाव से रोक दे। “गुड हेल्थ कैप्सूल” स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। कैप्सूल की बिक्री पर लाइसेंस प्राधिकारी लखनऊ ने रोक लगा दी है।
गौरतलब हो कि गुड हेल्थ कैप्सूल के क्लीनिकल टेस्ट में इसके नमूनों में हद से ज्यादा स्टेरायड मिला है। ये स्टेरायड किडनी और लीवर के लिए घातक हो सकता है। लीवर, किडनी फेल भी हो सकता हे। कहा कि आयुर्वेदिक दवाओं में स्टेरायड का इस्तेमाल बंद है इसके बावजूद गुड हेल्थ कैप्सूल में स्टेरायड पाया गया है।