सुलतानपुर। पूर्व कैबिनेट मंत्री व सपा एम एल सी स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा, “हमारा संविधान पंथनिरपेक्ष राष्ट्र की कल्पना करता है। तो वहीं पर संविधान की कसम खाने वाले प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री हिंदू राष्ट्र की मांग करते हैं। जो अपने आप में संविधान विरोधी है।”
स्वामी प्रसाद ने आगे कहा कि स्वाभाविक रूप से राष्ट्रवाद का नारा देने वाले लोग आज राष्ट्र के साथ मजाक कर रहे हैं, खिलवाड़ कर रहे हैं। भारतीय संविधान अनुच्छेद 15 के अंतर्गत संविधान में स्पष्ट किस बात की व्याख्या है। धर्म-जन्म, जात-लिंग और जन्मस्थान के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं करेंगे, फिर भी संविधान की कसम खाने वाले लोग समाज के लोगों को बांटने का काम कर रहे हैं। हिंदू मुस्लिम का नारा देकर भाईचारे का कत्लेआम कराने पर लगे हुए हैं।
जिले में बुधवार को पहुंचे मौर्य ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सम्राट अशोक के जमाने में हमारे राष्ट्र की सीमा इराक और ईरान से लगी हुई थी। नित्य प्रति भारत खंड-खंड होता गया। आज उसके कई टुकड़े हो गए लेकिन सत्ता में बैठे हुए लोग स्वर्ण अक्षरों में इतिहास में नाम दर्ज कराने वाले सम्राट अशोक को भूल गए हैं। जिनका कोई योगदान नहीं था उनको आदर्श के रूप में स्थापित करते हैं। जिन्होंने अखंड भारत का निर्माण किया उनका नाम लेना तक पसंद नहीं करते हैं।
भाजपा सरकार ईस्ट इंडिया कंपनी बन गई
उन्होंने ये भी कहा कि आजादी के बाद भाजपा पहली सरकार है जो राष्ट्र की संपत्ति और विभागों को अपने चहेते उद्योगपतियों के हाथों में बेच रही है। देश के सभी बंदरगाह, एयरपोर्ट, एयर इंडिया, रेलवे स्टेशन और कई दर्जन ट्रेनें, एलआईसी आदि अपने चहेते उद्योगपति अडानी और अंबानी के हाथों अरबों-खरबों की संपत्ति कौड़ियों के दाम में बेच दिया है। बैंक इन पर अलग से मेहरबान है। यानी जिन विभागों में नौजवानों को नौकरी मिलने की गुंजाइश थी उन विभागों को निजी हाथों में बेचकर सरकार नौजवानों के मुंह का निवाला छीन रही है। आज भाजपा सरकार ईस्ट इंडिया कंपनी बन गई है। जिस तरह से ईस्ट इंडिया कंपनी सारा का सारा पैसा लूटकर इंग्लैंड भेजा करती थी। वैसे ही भाजपा सरकार देश को लूट कर अडानी और अंबानी की तिजोरियां भरने पर लगी हुई है।