शामली। जिलेभर में स्वामी विवेकानंद जयंती युवा दिवस के रूप में मनाई गई। नगर पालिका परिषद शामली द्वारा जहां जागरूकता रैली निकाली गई। वही शिक्षण संस्थानों में स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए उनके जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला गया। छात्रों से उनकी जीवन से प्रेरणा लेने का भी आहवान किया गया।
शहर के सरस्वती विद्या मन्दिर इंटर कॉलेज में स्वामी विवेकानन्द जयन्ती का कार्यक्रम युवा दिवस के रूप में मनाया गया। प्रधानाचार्य आनन्द प्रसाद शर्मा ने बताया कि स्वामी विवेकानन्द वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरू थे। उनका वास्तविक नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था। उन्होंने अमेरिका स्थित शिकागों में सन् 1893 ई0 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था।
वे रामकृष्ण परमहंस के सुयोग्य शिष्य थे। उन्होंने जीवनभर भारतीय उपमहाद्वीप की यात्रा की और ब्रिटिश भारत में तत्कालीन स्थितियों का प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त किया। इस अवसर पर उपप्रधानाचार्य मलूकचन्द, सन्नी शर्मा, रोहित विश्वकर्मा, अक्षय चौहान, मोहर सिंह, सचिन कुमार, योगेन्द्र सैनी, अंकुर कुमार, अंकित भार्गव, पुष्पेन्द्र कुमार, अक्षय कुमार, प्रमोद कुमार, नितिन कुमार, सतेन्द्र कुमार, अशोक सोम आदि उपस्थित रहे।
इसके अलावा शहर के वीवी पीजी कालेज में स्वामी विवेकानंद की 161वीं जयंती मनाई गई। जिसमें छात्र-छात्राओं ने स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लेकर उनसे संबंधित अपने विचारों को अभिव्यक्त किया। कुमारी अर्शी खान ने कहा कि सही समय पर सही निर्णय लेने से तथा सकारात्मक ऊर्जा से काम करने पर सफलता निश्चित होती है।
उन्होने छात्र-छात्राओं से स्वामी विवेकानंद के विचारों को अपने जीवन में ग्रहण करने का आहवान किया। इस अवसर पर प्राचार्य प्रोफेसर सुधीर कुमार, नारायण यादव, डा. भूपेंद्र कुमार, रिचा भारद्वाज, डा. मृदुला जैन, रेखा, मनीष कुमार, मधु, दीक्षा, आकांक्षा, सानिया आदि मौजूद रहे। शहर के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर जूनियर शामली में स्वामी विवेकानंद की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई।
प्रधानाचार्य संजय सैनी ने बताया कि स्वामी विवेकानंद बचपन से ही बड़ी विलक्षण प्रतिभा के धनी रहे। वह पढ़ाई में बहुत ही कुशाग्र बुद्धि वाले छात्र रहे। कार्यक्रम का संचालन राजीव शर्मा ने किया। इस अवसर पर शिवकुमार धीमान, आशीष जैन, सुधीर कुमार, रविंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे।