नई दिल्ली। भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के केंद्रीय बैंकों के बीच रुपये और दिरहम में द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए बातचीत तेजी से आगे बढ़ रही है। इसके साथ ही यूएई ने अपने गैर-तेल द्विपक्षीय व्यापार को वर्ष 2030 तक 100 अरब डॉलर पर ले जाने का इरादा जताया है।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को यूएई के साथ संयुक्त समिति की बैठक के बाद संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए यह बात कही। गोयल ने यूएई के विदेश व्यापार मंत्री थानी बिन अहमद अल जायौदी के साथ संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि दोनों देशों के बीच पिछले साल एक मई को लागू हुए समग्र आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) की संयुक्त समिति की पहली बैठक में गैर-तेल व्यापार को बढ़ाने के लक्ष्य पर सहमति जताई है।
गोयल ने कहा कि दोनों देशों के कारोबार क्षेत्रों को अपना व्यापार बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सीईपीए समझौते को अच्छी तरह क्रियान्वित करने से इसमें मदद मिलेगी।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि सीईपीए संबंधी संयुक्त समिति की बैठक में व्यापार समझौते के विभिन्न पहलुओं पर नजर रखने के लिए कई समितियों एवं उप-समितियों के गठन पर भी सहमति बनी है। उन्होंने बताया कि इसके लिए वस्तु निर्यात, सीमा-शुल्क सुविधा, मूल-स्थान के नियम और तकनीकी बाधाओं से संबंधित मुद्दों पर ये समितियां बनाई जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि भारत और यूएई के बीच मुक्त व्यापार करार (एफटीए) पिछले साल मई से लागू हुआ है।