नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और टीडीपी-जनसेना के बीच सीट शेयरिंग को लेकर गुरुवार देर रात तक चर्चा हुई। उन्होंने लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए गठबंधन की संभावना पर बातचीत की। तेदेपा पहले भाजपा के नेतृत्व वाले राजग का हिस्सा थी, लेकिन 2018 में जब नायडू राज्य के मुख्यमंत्री थे, तब वह इससे बाहर हो गई थी।
सूत्रों ने कहा है कि दोनों पार्टियां हाथ मिलाने के लिए तैयार हैं, लेकिन सब कुछ सीट बंटवारे पर निर्भर है। तेदेपा नेताओं ने कहा है कि इस पर निर्णय लेने में देरी ठीक नहीं है, क्योंकि चुनाव करीब आ रहे हैं। कोई भी अस्पष्टता पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को भ्रमित करेगी। नायडू ने फरवरी में शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी, जिससे इन अटकलों को बल मिला कि वे गठबंधन की ओर बढ़ रहे हैं। हालांकि, अब तक चीजें स्पष्ट नहीं हुई हैं। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है, जब इस बात के साफ संकेत मिल रहे हैं कि ओडिशा का सत्तारूढ़ बीजद भी राजग में शामिल हो सकता है।
भाजपा और बीजद के नेता इस गठबंधन को अंतिम रूप देने की कगार पर हैं। दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को अलग-अलग बैठकें कीं। राज्य में 25 लोकसभा और 175 विधानसभा सीटें हैं। भाजपा आठ से 10 संसदीय क्षेत्रों में चुनाव लड़ने की इच्छुक है। हालांकि, तेदेपा के सूत्रों ने कहा है कि गठबंधन की स्थिति में भाजपा पांच से छह लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। जन सेना तीन और उनकी पार्टी बाकी सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
चंद्रबाबू नायडु और पवन कल्याण आज एक फिर बीजेपी नेताओं से मिलेंगे। माना जा रहा है कि इसके बाद गठबंधन और सीट बंटवारे का ऐलान भी हो सकता है।