मुजफ्फरनगर। दिल्ली के रामलीला मैदान में अटेवा पेंशन बचाओ मंच और नेशनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के बैनर तले शिक्षक और कर्मचारियों ने अपनी पुरानी पेंशन की बहाली के लिए,ऐतिहासिक पेंशन शंखनाद महारैली का आयोजन किया,जिसका नेतृत्व राष्ट्रीय अध्यक्ष पेंशन पुरुष विजय कुमार बन्धु ने किया। रैली में देश के कोने कोने से आये तकरीबन 5 लाख शिक्षक और कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया।
मुजफ्फरनगर जिले के लगभग 6 हजार शिक्षक और कर्मचारियों ने जिलाध्यक्ष प्रीतवर्धन शर्मा और रैली प्रभारी डॉ दीपक गर्ग के नेतृत्व में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
विदित है कि अटेवा पेंशन बचाओ मंच उत्तर प्रदेश व नेशनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के बैनर तले शिक्षक व कर्मचारी विगत कई वर्षों से आंदोलनरत है।राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बंधु के मार्गदर्शन में,अपने संघर्ष की बदौलत सरकारी मुलाजिमों ने राजस्थान, पंजाब,छत्तीसगढ़, झारखंड और हिमाचल प्रदेश में अपनी पुरानी पेंशन की वापसी कराई है।
कर्नाटक में राजग को सत्ता से बेदखल कर पुरानी पेंशन की बहाली का मार्ग प्रशस्त किया है,जबकि राजग शासित एक और राज्य सिक्किम से भी सकारात्मक खबरें प्राप्त हो रही हैं।कुछ अन्य राज्यों में भी कुछ ऐसी ही स्थिति महसूस होने लगी है।इस वर्ष राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में चुनाव होने हैं और अगले वर्ष 2024 में देश की गद्दी का निर्णय होना है। सरकार और सत्ताधारी पार्टियां दवाब में हैं,इससे देश के शिक्षक और कर्मचारीगण उत्साहित हैं, और आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इसी क्रम में आज दिल्ली के रामलीला मैदान में पेंशन शंखनाद महारैली का आयोजन किया गया,जिसमें मुजफ्फरनगर के लगभग 6 हजार और देश भर से करीब 5 लाख पेंशनविहीनों ने अपनी हुंकार भरी।
दिल्ली के रामलीला मैदान में राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय बंधु ने अपने संबोधन में कहा कि देश का पेंशनविहीन शिक्षक और कर्मचारी अब जाग गया है,रामलीला मैदान के अंदर और बाहर की लाखों की भीड़ इस जागृति का जीवंत उदाहरण है।कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश की हठधर्मी और तानाशाही सरकारों को अपने बलबूते सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाकर,पेंशन वंचितों ने अपनी जागरूकता और ताकत का अहसास करा दिया है।अब और आगे बढ़ना है।उन्होंने मंच से कहा-
“अभी तो जीते पांच प्रदेश, आगे जीतेंगे पूरा देश”
जब तक देश का हर शिक्षक और प्रत्येक कर्मी पुरानी पेंशन से आच्छादित नहीं हो जाता, तब तक ये कारवां बिना रुके, बिना झुके दिन दस गुनी औऱ रात बीस गुनी ताकत के साथ आगे बढ़ता रहेगा। उन्होंने मंच से सभी शिक्षक और कर्मचारियों को शपथ दिलाई कि आगामी चुनावों में शिक्षक और कर्मचारी ,जाति-धर्म,मंदिर-मस्जिद, भाषा, क्षेत्र, दलगत राजनीति से परे रहकर केवल अपनी पुरानी पेंशन के मुद्दे पर अपने वोट (मताधिकार) का प्रयोग करेगा और नारा दिया-वोट फ़ॉर ओपीएस।
पेंशन विहीनों को पूर्व सांसद उदित राज,कांग्रेस नेता अरविंद सिंह लवली और अजय सिंह लल्लू ने भी संबोधित किया और कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी पुरानी पेंशन योजना के मुद्दे को न केवल अपने घोषणा पत्र में स्थान देगी,अपितु सरकार बनने पर पहले दिन से ही पुरानी पेंशन बहाल भी करेगी।
इस अवसर पर जिला महामंत्री प्रमोद कुमार बच्चस,कोषाध्यक्ष यशपाल अरोरा,उपाध्यक्ष रमेश चंद,उपाध्यक्ष अनुजवीर,मीडिया प्रभारी अजय पाल सिंह,राहुल कुशवाहा,सुचित्रा सैनी,संदीप कौशिक,हरकेश सिंह,अमन कटारिया,अरुण कुमार,संजीव जावला,समस्त ब्लॉक अध्यक्षों,रैली सहप्रभारियों, बस प्रभारियों,कार्यकारिणी सदस्यों का सहयोग रहा।