कानपुर। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के साथ ही हवाओं की दिशाएं बदल गईं, जिससे रात में तापमान बढ़ गया और सामान्य से अधिक रहा। वहीं मौसम विभाग का कहना है कि मौसम प्रणालियां जिस तरह से विकसित हो रही हैं उसके आधार पर उत्तर प्रदेश में स्थानीय स्तर पर तेज हवाओं के साथ आगामी तीन दिन हल्की बारिश की संभावना है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी पर बना गहरा दबाव पिछले छह घंटों के दौरान पांच किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ गया है। रविवार को सुबह 5:30 बजे यह अक्षांश 11.4 उत्तर और देशांतर 82.5 पूर्व के करीब था। पुडुचेरी से लगभग 300 किमी पूर्व दक्षिणपूर्व, चेन्नई से 310 किमी दक्षिणपूर्व, नेल्लोर से 440 किमी दक्षिणपूर्व, बापटला से 550 किमी दक्षिणपूर्व और मछलीपट्टनम से 550 किमी दक्षिणपूर्व। यह उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ना जारी रख सकता है और आगे तीव्र होकर चार दिसंबर की दोपहर के आसपास दक्षिण आंध्र प्रदेश और उससे सटे उत्तरी तमिलनाडु तट के पास पहुंच सकता है।
इसके बाद इसके आंध्र प्रदेश तट के लगभग समानांतर और करीब उत्तर दिशा में बढ़ने और पांच दिसंबर की दोपहर के दौरान चक्रवात के रूप में नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच तट को पार करने की उम्मीद है। अधिकतम निरंतर हवा की गति 80-90 किमी प्रति घंटे से लेकर 100 किमी प्रति घंटे तक। दक्षिणी हरियाणा और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर अरब सागर पर बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर अरब सागर पर बने चक्रवाती परिसंचरण से उत्तरपूर्वी मध्य प्रदेश तक फैली हुई है। इसका असर उत्तर प्रदेश में भी पड़ेगा और स्थानीय स्तर पर तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश होगी।
बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 28.4 और न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 96 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 50 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 1.5 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे। इसके साथ ही 04-05 दिसम्बर को तेज हवाओं के हल्की वर्षा होने की संभावना है।